हिमाचल के ऊना में मिड-डे मील वर्कर्स का विरोध प्रदर्शन, स्कूल बंद होने से नौकरी जाने का डर
हिमाचल प्रदेश में बंद हो रहे स्कूलों के कारण मिड-डे मील वर्कर्स को निकाले जाने के फैसले का विरोध तेज हो गया है। मिड-डे मील यूनियन ब्लॉक हरोली की बैठक में वर्कर्स ने अपनी मांगों को लेकर रैली निकालने का फैसला किया है। वर्कर्स की मांग है कि उन्हें 12 महीने का वेतन दिया जाए आंगनबाड़ी की तरह छुट्टियां और वर्दी दी जाए।
संवाद सहयोगी, ऊना। मिड-डे मील यूनियन ब्लॉक हरोली की बैठक शनिवार को अध्यक्ष बलविंद्र कौर की अध्यक्षता में हुई। जबकि सीटू के जिला सचिव गुरनाम सिंह बिशेष तौर पर उपस्थित रहे। बैठक में हिमाचल में बंद हो रहे स्कूलों में मिड-डे मील वर्करो को निकाले जाने के फैसले का विरोध किया गया।
बलविंद्र कौर ने कहा कि हाई कोर्ट के आदेशानुसार मिड-डे मील वर्कर्स को 12 महीने का वेतन दिया जाए। आंगनबाड़ी की तरह छुट्टियां व वर्दी दी जाए। हरोली ब्लाक में मिड-डे मील वर्कर्स से चपरासी, माली और चौकीदार का जो काम करवाया जा रहा है, उसे बंद किया जाए।
कई स्कूलों में बच्चों की जन्मतिथि या किसी अध्यापक की सेवानिवृत्ति पर वर्कर्स को काम करने पर अलग से दिहाड़ी दी जाए। उन्होंने कहा कि इन मांगों को मनवाने के लिए 30 सितंबर को रैली निकाली जाएगी। इस अवसर पर सदेश कुमारी, परमजीत, मंजू, दर्शना, प्रवीन, लता ठाकुर, विमला, सीमा, सरोज, सुमन, शारदा समेत अन्य वर्कर उपस्थित रहीं।
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