धार्मिक क्षेत्रों का हो विस्तार हो
जिला ऊना देश व विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था व श्रद्धा का केंद्र भी है। इस जिला में ऐसे अने
जिला ऊना देश व विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था व श्रद्धा का केंद्र भी है। इस जिला में ऐसे अनेकों ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल ¨चतपूर्णी में वर्ष भर में जहां बीस लाख से श्रद्धालु उपस्थिति दर्ज करवाने आते हैं तो बाबा बड़भाग ¨सह में भी श्रद्धालुओं का वार्षिक आंकड़ा करीब पंद्रह लाख से ऊपर रहता है। वहीं धार्मिक स्थल परनिगाह में भी भक्तों की तादाद लाखों में होती है। इसी तरह शिव बाड़ी मंदिर गगरेट, सदा शिव मंदिर, ध्यूंसर, शीतला मंदिर, सप्तदेवी मंदिर, किन्नू, बधमाणा सिद्ध मंदिर और लोहारा मंदिर ऐसे अनेकों ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां पर श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। बावजूद जिस तरह का विस्तार इस जिला में होना चाहिए, वैसा हो नहीं पाया है। प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी प्रबंधन अब तक चुनौती बना हुआ है, वहीं, इन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं की कमी साफ देखी जा सकती है। ऐसे में प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उन सभी सुविधाओं को मुहैया करवाने के प्रयास किए जाएं, जिसकी इस जिला में आवश्यकता है। विशेष रूप से मेले के दिनों में जब भीड़ का अत्याधिक दबाव होता है, उस दौरान श्रद्धालु कटु अनुभव न लेकर जाएं। अगर ऐसा होता है तो धार्मिक पर्यटन जिले के वासियों के लिए रोजगार के भी नए अवसर सृजित करेगा।
महेन्द्र ¨सह, नारी, बुजुर्ग पाठक एवं समाजसेवक।