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धार्मिक क्षेत्रों का हो विस्तार हो

जिला ऊना देश व विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था व श्रद्धा का केंद्र भी है। इस जिला में ऐसे अने

By JagranEdited By: Updated: Mon, 18 Dec 2017 03:01 AM (IST)
धार्मिक क्षेत्रों का हो विस्तार हो

जिला ऊना देश व विदेश के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था व श्रद्धा का केंद्र भी है। इस जिला में ऐसे अनेकों ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां वर्ष भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल ¨चतपूर्णी में वर्ष भर में जहां बीस लाख से श्रद्धालु उपस्थिति दर्ज करवाने आते हैं तो बाबा बड़भाग ¨सह में भी श्रद्धालुओं का वार्षिक आंकड़ा करीब पंद्रह लाख से ऊपर रहता है। वहीं धार्मिक स्थल परनिगाह में भी भक्तों की तादाद लाखों में होती है। इसी तरह शिव बाड़ी मंदिर गगरेट, सदा शिव मंदिर, ध्यूंसर, शीतला मंदिर, सप्तदेवी मंदिर, किन्नू, बधमाणा सिद्ध मंदिर और लोहारा मंदिर ऐसे अनेकों ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां पर श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है। बावजूद जिस तरह का विस्तार इस जिला में होना चाहिए, वैसा हो नहीं पाया है। प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी प्रबंधन अब तक चुनौती बना हुआ है, वहीं, इन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं की कमी साफ देखी जा सकती है। ऐसे में प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उन सभी सुविधाओं को मुहैया करवाने के प्रयास किए जाएं, जिसकी इस जिला में आवश्यकता है। विशेष रूप से मेले के दिनों में जब भीड़ का अत्याधिक दबाव होता है, उस दौरान श्रद्धालु कटु अनुभव न लेकर जाएं। अगर ऐसा होता है तो धार्मिक पर्यटन जिले के वासियों के लिए रोजगार के भी नए अवसर सृजित करेगा।

महेन्द्र ¨सह, नारी, बुजुर्ग पाठक एवं समाजसेवक।

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स्वास्थ्य सुविधाओं को मिले बढ़ावा

जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा मिलना अति आवश्यक है। वहीं ऐसी कई समस्याएं हैं जोकि जन-जन से लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित संस्थानों से भी जुड़ी हुई हैं, लेकिन सरकारी की कोरी घोषणाओं तथा आश्वासनों के बीच इन सुविधाओं व समस्याओं का हल नहीं किया जा जाता है। इसके चलते जिला ऊनावासी हर बार निराश रह जाते हैं। हालांकि वर्तमान समय तक तक सरकारों द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर काफी कुछ किया गया है। जहां पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर खुलने की बात हो रही है। वहीं मदर चाइल्ड केयर सेंटर को स्थापित करने का हवाला भी दिया जा रहा है। बात करें तो जिला वासियों के लिए एक मात्र बड़ा स्वास्थ्य संस्थान क्षेत्रीय अस्पताल ऊना है। जहां पर सुविधाओं को लेकर अव्यवस्था बनी रही है। जबकि उप स्वास्थ्य केंद्रों पर भी चिकित्सकों से लेकर स्टाफ की तैनाती भी सुर्खियों में रही है। दूसरी जिस रक्त जांच व दवाओं के दम पर कोई चिकित्सक मरीज का पुख्ता उपचार शुरू करता है, उन्ही लैब तकनीशियनों व दवा स्टारों पर भी सरकारों द्वारा नये कानूनों को वेबजह थोपा जा रहा है। बात चाहे अस्पतालों में मरीजों के लिए चिकित्सकों को पूरा करने की हो या फिर जमीनी स्तर पर बैठे लैब तकनीशियनों की मांगों की दोनों दिशा में मरीज का परस्पर संबंध है। आशा है कि इस संबंध को देखते हुए जिला में जहां स्वास्थ्य सुविधाएं सु²ढ होंगी। वहीं इन स्वास्थ्य संस्थानों से जुड़ी समस्याओं का हल भी सरकारों द्वारा समय रहते किया जाएगा। ताकि जिला वासियों को समय रहते इन सुविधाओं का लाभ मिलता रहे।

-समीश मल्ही, मेडिकल लैब तकनीशियन।

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