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Heavy Rain Alert In HP: ऊना में गिरी गेहुं की फसल, किन्नौर में 21 मार्च तक बारिश व बर्फबारी की चेतावनी जारी

IMD Heavy Rain Alert In Himachal Pradesh मौसम विभाग शिमला की ओर से एक बार फिर जनजातीय जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 21 मार्च तक बारिश व बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। जिला प्रशासन ने भी मौसम की खराबी को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Tue, 21 Mar 2023 03:38 AM (IST)
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ऊना में गिरी गेहुं की फसल, किन्नौर में 21 मार्च तक बारिश व बर्फबारी की चेतावनी जारी

ऊना, जागरण संवादाता। जिले में लंबे समय के बाद हुई बारिश यहां कई लोगों के बरदान सिद्व हुई हैं। वहीं ऐसे किसानों जिनकी तैयार फसलें आंधी-तूफान के कारण गिर गई। उनका काफी नुकसान हुआ हैं। क्योंकि खेतों में आंधी के कारण फसलों के गिरने के कारण काफी नुकसान हो गया हैं। जिला में आए भारी तूफान के कारण खेतों में फसलें गिर गई। इसमें उन लोगों को मुआवजा मिलेगा, जिन कृषकों ने फसल बीमा करवाया हुआ हैं। लेकिन जिन किसानों ने अपनी फसल का बीमा नहीं करवाया हैं तो ऐसे किसानों की नुकसान की भरपाई होने में बड़ी दिक्कत आएगी।

हालांकि, कृषि विभाग के आला अधिकारियों ने ब्लाक स्तर के अधिकारियों को तूफान से गेंहु की फसल के हुए नुकसान का जायजा लेने के निर्देश जारी किए हैं। कृषि विशेषज्ञ का मानना है कि यहां पर किसानों ने फसल की जरुरत के अनुसार सिंचाई की हुई थी। वहां पर अचानक तूफान व बारिश के कारण गेंहु की फसल की जड़े हिल गई। क्योंकि इसके नीचे अधिक नमी होगी। उस सूरत में फसल तूफान को संभाल नहीं पाई और खेतों में बिछ गई हैं।

वहीं, कृषि विभाग ऊना के उपनिदेशक कुलभूषण धीमान का कहना है कि पहले कम सिंचाई वाले क्षेत्र में किसानों को सूखे का सामना करना पड़ा हैं। अब बारिश के साथ आए तूफान के कारण खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह से बिछ गई हैं और उस पर पानी भी फिर गया हैं। इससे फसल का काफी नुकसान हुआ है। जिले के सभी ब्लाक कृषि अधिकारियों को नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। जैसे ही रिपोर्ट उनके पास आएगी। इसे विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भेजा जाएगा।

उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ हैं। उनको मुआवजा के रुप में सहायता जरुर मिल सकेगी। लेकिन जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा नहीं करवाया हैं। ऐसे किसानों के नुकसान की भरपाई काफी कठिन हैं। उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ से जिला के सभी ब्लाक में कृषक जागरुकता शिविर आयोजित किए जाते हैं। उसमें किसानों को फसल की नई तकनीकों के अलावा फसल बीमा करवाने को लेकर व्यापक स्तर पर जानकारी दी जाती हैं। यदि किसान अपनी फसलों का बीमा करवाते हैं तो सूखे समेत अन्य आपदाओं के समय सहायता मिलने की अधिक संभावनाएं होती हैं।

बर्फबारी को लेकर चेतावनी

मौसम विभाग शिमला की ओर से एक बार फिर जनजातीय जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 21 मार्च तक बारिश व बर्फबारी की चेतावनी दी गई है। जिला प्रशासन ने भी मौसम की खराबी को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। जनजातीय जिला किन्नौर में दिनभर आसमान में बादल छाए रहे व दोपहर बाद पहाड़ों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहा, इसके चलते तापमान में भी भारी गिरावट आई है।

जिला के बागवान भी लंबे समय से बारिश का इंतजार कर रहे थे। सहायक आयुक्त किन्नौर राजेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि 20 व 21 मार्च तक बारिश व बर्फबारी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है। वहीं उन्होंने स्थानीय लोगों, पर्यटकों व ट्रैक्टरों से अनावश्यक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाने की अपील की तो वही आपातकाल व विपरीत परिस्थितियों में जिला प्रशासन से संपर्क करने की भी बात कही।