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Himachal Election 2022: हिमाचल के इस विधानसभा क्षेत्र में 55 वर्ष से ब्राह्मण प्रत्‍याशियों का ही रहा दबदबा

Himachal Election History जिला ऊना के हरोली निर्वाचन क्षेत्र में 55 वर्ष से विधानसभा चुनावों में ब्राह्मण प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। यहां से आठ बार कांग्रेस के विधायक बने। भाजपा के दो बार तथा निर्दलीय लोकराज पार्टी व जनता पार्टी के प्रत्याशी एक-एक बार जीते हैं।

By satish chandanEdited By: Virender KumarUpdated: Sat, 29 Oct 2022 07:34 AM (IST)
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हिमाचल के हरोली विधानसभा क्षेत्र में 55 वर्ष से ब्राह्मणों का राज है।

ऊना, सतीश चंदन। Himachal Election History, जिला ऊना के हरोली निर्वाचन क्षेत्र में 55 वर्ष से (1967 से लेकर अब तक) विधानसभा चुनावों में ब्राह्मण प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। यहां से आठ बार कांग्रेस के विधायक बने। भाजपा के दो बार तथा निर्दलीय, लोकराज पार्टी व जनता पार्टी के प्रत्याशी एक-एक बार जीते हैं। हरोली निर्वाचन क्षेत्र वर्ष 2012 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया, तबसे यहां कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा है। 2022 के चुनाव में भी ब्राह्मण समुदाय से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी मुकेश अग्निहोत्री व भाजपा के प्रो. राम कुमार शर्मा मैदान में हैं। मुकेश पांचवीं बार जबकि भाजपा के रामकुमार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।

2012 तक संतोषगढ़ के नाम से होते थे चुनाव

यहां 2012 तक संतोषगढ़ निर्वाचन क्षेत्र के नाम से ही चुनाव होते थे। इसमें सबसे अधिक जोशी परिवार का दबदबा रहा, क्योंकि 1967 से लेकर 1997 तक इस क्षेत्र में जोशी परिवार के विधायक बनते आए हैं। सबसे पहले 1967 में विद्या सागर जोशी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और विजयी हुए। उसके बाद उनके छोटे भाई कशमीरी लाल जोशी 1969, 1972 व 1990 में तीन बार विधायक रहे। कशमीरी लाल जोशी के भतीजे विजय जोशी 1977 में 25 साल की आयु में राज्य के सबसे युवा विधायक बने थे। उसके बाद विजय जोशी ने 1982, 1985 व 1993 में चुनाव जीते। वह विधानसभा उपाध्यक्ष व उद्योग राज्य मंत्री बने। टाहलीवाल व मैहतपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थापित कराने में उनकी अहम भूमिका रही।

2003 में पत्रकार मुकेश अग्निहोत्री मैदान में उतरे

इसके बाद 1997 के चुनाव में पंडित जयकृष्ण शर्मा ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के पंडित ओंकार नाथ शर्मा को पराजित किया। 2003 में पत्रकारिता को छोड़ राजनीति में उतरे मुकेश अग्निहोत्री ने चुनाव लड़ा और अब तक लगातार विधायक बनते आ रहे हैं। भाजपा ने प्रो. राम कुमार को तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है। इनके अलावा इस क्षेत्र में बसपा प्रत्याशी एडवोकेट नरेश ठाकुर व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रविंद्र सिंह मान भी चुनाव मैदान में हैं। इस बार का विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होगा क्योंकि दो ब्राह्मण में जंग होने के साथ-साथ जाट व अनुसूचित जाति प्रत्याशी भी मैदान में हैं।

ओबीसी वर्ग के सबसे अधिक मतदाता

इस निर्वाचन क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या करीब 28 प्रतिशत है। उनसे अधिक 32 प्रतिशत ओबीसी, 22 प्रतिशत एससी व 18 प्रतिशत राजपूत मतदाता हैं।

संतोषगढ़ व हरोली से कौन-कौन जीता

  • वर्ष, विजेता, पार्टी
  • 1967,विद्या सागर जोशी,निर्दलीय
  • 1969,कश्मीरी लाल जोशी,लोकराज पार्टी
  • 1972,कश्मीरी लाल जोशी,कांग्रेस
  • 1977,विजय जोशी,जनता पार्टी
  • 1982,विजय जोशी,कांग्रेस
  • 1985,विजय जोशी,कांग्रेस
  • 1990,कश्मीरी लाल जोशी,भाजपा
  • 1993,विजय जोशी,कांग्रेस
  • 1997,जयकिशन शर्मा,भाजपा
  • 2003,मुकेश अग्निहोत्री,कांग्रेस
  • 2007,मुकेश अग्निहोत्री,कांग्रेस
  • 2012,मुकेश अग्निहोत्री,कांग्रेस
  • 2017,मुकेश अग्निहोत्री,कांग्रेस