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बाज नहीं आ रहे खालिस्तानी, अब हिमाचल के चिंतपूर्णी में लिखे विवादित नारे; आतंकी पन्नू ने वीडियो जारी कर CM सुक्खू से कही ये बात

Khalistani slogans in Chintpurni तीर्थस्थल चिंतपूर्णी में खालिस्तान समर्थकों ने दो जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में विवादित नारे लिखे हैं। असमाजिक तत्वों द्वारा चिंतपूर्णी के तलवाड़ा बाइपास पर यह करतूत मंगलवार देर रात की गई लगती है। आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इन नारों के लिखने की जिम्मेवारी लेते हुए कहा कि खालिस्तानी समर्थकों ने ये नारे लिखे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Wed, 29 Nov 2023 11:44 AM (IST)
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चिंतपूर्णी में लिखे गए खालिस्तान समर्थक नारे
जागरण टीम, चिंतपूर्णी/ऊना। Khalistani slogans in Chintpurni: तीर्थस्थल चिंतपूर्णी में खालिस्तान समर्थकों ने दो जगहों पर खालिस्तान के समर्थन में  विवादित नारे लिखे हैं। असमाजिक तत्वों द्वारा चिंतपूर्णी के तलवाड़ा बाइपास पर यह करतूत मंगलवार देर रात की गई लगती है।

एक जगह दो बंद दुकानों के शटर पर ये नारे लिखे गए हैं। यह क्षेत्र जिला कांगड़ा के अधीन आता है, वहीं, इसी मार्ग पर कुछ दूर आगे जाके सड़क की दीवार पर भी इसी तरह के नारे लिखे गए हैं।

गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जारी किया वीडियो

नारे स्प्रे पेंट से लिखे गए प्रतीत होते हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं, जिला उपायुक्त, ऊना राघव शर्मा ने इस सारे मामले की गहनता से जांच करवाने की बात कही है।

इन नारों के लिखने की जिम्मेवारी लेते हुए सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice in Chintpurni) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने एक वीडियो के साथ संदेश भी जारी किया है।

पन्नू ने वीडियो जारी कर क्या कहा? 

पंजाबी भाषा में जारी इस वीडियो में कहा गया है-‘वाहे गुरूजी का खालसा, वाहे गुरू की फतह। आज पंजाब को आजाद करवाने वाले सिंहो ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला के चिंतपूर्णी मंदिर के बाहर ‘भिंडरावाले जिंदाबाद’, ‘हिमाचल बनेगा खालीस्तान’ और ‘हिमाचल हिस्सा है खालीस्तान का’ के नारे लिख दिए हैं।’

वहीं, वांशिगटन डीसी, नवबंर, 2023 से पन्नू द्वारा जारी संदेश में लिखा गया है कि चिंतपूर्णी मंदिर के बाहर स्लोगन खालिस्तान समर्थकों ने लिखे हैं।

पन्नू ने सीएम सुक्खू को दिया संदेश

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को यह संदेश है कि सिख उसे नहीं भूले हैं, जब नववंर, 1984 में चिंतपूर्णी के क्षेत्र में सिखों को हिंदु दस्तों द्वारा मौत के घाट उतारा गया था और ये लोग कांग्रेस के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी थे।

संदेश में आगे कहा गया है कि एक बार खालिस्तान की स्थापना हो जाती है तो इस प्रकरण में शामिल हर कांग्रेस नेता के विरूद्ध कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस संदेश में पन्नू द्वारा अपना इ-मेल भी दी गई है।

सुनसान मार्ग पर लिखे गए हैं नारे

पन्नू द्वारा जो चिंतपूर्णी मंदिर के बाहर नारे लिखने का दावा किया गया है, जोकि सरासर झूठ है। चिंतपूर्णी मंदिर से तलवाड़ा बाइपास एक किलोमीटर से ज्यादा दूर है और रात के समय में यह क्षेत्र बेहद सुनसान होता है।

मुख्य बाजार में ऐसा कोई नारा नहीं है। ऐसे में साफ है कि यह कायरना हरकत उस स्थान पर की गई है, जहां भी इन लोगों को कोई भी नहीं देख सकता था। हालांकि शंभू बाइपास व तलवाड़ा बाइपास के दोनों किनारों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं।

दीवारों से नारों को मिटा रही पुलिस

बाबा माइदास सदन में भी सीसीटीवी कैमरे स्थापित हैं। मंदिर न्यास कार्यालय में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है और पुलिस की विशेष टीम फुटेज की जांच कर रही है।

जिन स्थानों पर नारे लिखे गए हैं, वहां पुलिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस हर कोण से इस मामले की जांच कर रही है। जहां नारे लिखे गए हैं, वहां पुलिस इन नारों को मिटा रही है।

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तपोवन परिसर में भी लिखे गए थे इस तरह के नारे

जिला उपायुक्त राघव शर्मा ने कहा कि पुलिस को इस मामले में व्यापक स्तर पर जांच करने के दिशा-निर्देश दिए गए हैं। वहीं, घटनास्थल पर एसपी, ऊना अर्जित सेन ठाकुर व डीएसपी वसुधा सूद भी पहुंच रहे है।

इससे पहले भी कुछ वर्ष पूर्व धर्मशाला स्थित विधानसभा के तपोवन परिसर में इस तरह के नारे लिखे गए थे तो धर्मशाला में पिछले माह विश्व कप से ऐन पहले भी खालिस्तान के समर्थन में जल शक्ति विभाग के कार्यालय के बाहर नारे लिखे गए थे।

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