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हिमाचल आकर गोलगप्पे खाना कहीं महंगा न पड़ जाए, जांच में आई चौंका देने वाली रिपोर्ट; कॉफी के शौकीन भी जरूर पढ़ें ये खबर

Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। गोलगप्पे के पानी कॉफी और सरसों के तेल के नमूने घटिया पाए गए हैं। बाबा बालकनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में बेचे जाने वाले रोटों के नमूने भी खाने योग्य नहीं पाए गए। खाद्य मानक एवं सुरक्षा विंग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 20 Nov 2024 06:28 PM (IST)
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हिमाचल में गोलगप्पे के पानी में पाई गई मिलावट (जागरण फोटो)
पीटीआई, ऊना। Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में मौजूद प्रसिद्ध और प्राचीन बाबा बालकनाथ मंदिर की ट्रस्ट की दुकान पर बेचे जाने वाले 'रोटे' के नमूने फेल होने के बाद हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में 'गोलगप्पे' के पानी और कॉफी के नमूने घटिया पाए गए हैं, जबकि सरसों के तेल के नमूने भी जांच में फेल हो गए हैं।

ऊना शहर में खाद्य दुकानों और रेहड़ी वालों से एकत्र किए गए कुल 17 नमूनों को हाल ही में सोलन जिले के कंडाघाट स्थित समग्र परीक्षण प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा गया था।

अधिकारियों ने कहा कि गोलगप्पे में रंग की मौजूदगी पाई गई। नियमों के अनुसार, पानी में रंग का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।

प्रसाद के नमूने भी खाने योग्य नहीं

मंगलवार को हमीरपुर जिले के दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालकनाथ मंदिर में प्रसाद के रूप में बेचे जा रहे रोटों के नमूने खाने योग्य नहीं पाए गए। मंदिर प्रबंधन ने बुधवार को दुकान बंद कर दी।

इसके साथ ही कहा कि जल्द ही दुकान को आउटसोर्स कर दिया जाएगा। इस बीच, कंडाघाट प्रयोगशाला से 17 में से तीन नमूनों की रिपोर्ट आ गई है। इनमें से दो घटिया और एक 'मिस-ब्रांडेड' है।

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खाद्य मानक एवं सुरक्षा विंग के सहायक निदेशक जगदीश धीमान ने बुधवार को कहा कि इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है। देशभर में आ रहे लोगों खासकर युवाओं के बीच लोकप्रिय नाश्ते गोलगप्पे के साथ परोसे जाने वाले मसालेदार पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।

सरसों के तेल में भी पाई गई मिलावट

खाद्य मानक एवं सुरक्षा विंग द्वारा ऊना में लिए गए गोलगप्पे के पानी के नमूने घटिया पाए गए। अधिकारियों ने बताया कि सरसों के तेल के नमूने में मिलावट पाई गई, जबकि रेडी-टू-सर्व कॉफी का नमूना घटिया पाया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि बाजारों में केवल गुणवत्तापूर्ण उत्पाद ही बेचे जाएं और आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार मामला दर्ज किया जाए।

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