Masjid Vivad: शिमला और मंडी के बाद ऊना में भी मस्जिद का विरोध, लोगों ने ढांचा गिराने का दिया अल्टीमेटम
ऊना जिले के बसोली पंचायत के पीरनिगाह में एक मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर विवाद बढ़ गया है। स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य रुकवा दिया है और हिंदू संगठनों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर मस्जिद को गिराने की मांग की है। उनका दावा है कि यह भूमि सराय के निर्माण के लिए दी गई थी। प्रशासन को सात दिन के अंदर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
संवाद सहयोगी, ऊना। हिमाचल प्रदेश में शिमला, मंडी और बिलासपुर के बाद अब ऊना जिला की बसोली पंचायत के पीरनिगाह में मस्जिद के अवैध निर्माण पर विवाद तेज हो गया है। लोगों ने मस्जिद का निर्माण कार्य रुकवा दिया है।
पीरनिगाह में निजी भूमि पर मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। लोगों का दावा है कि यह भूमि सराय के निर्माण के लिए दी गई थी। इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने उपायुक्त ऊना जतिन लाल को ज्ञापन सौंपा और मस्जिद को गिराने की मांग की।
सात दिन में कार्रवाई करने की चेतावनी
सोमवार को हिंदू संगठनों व बसोली के ग्रामीणों ने ऊना मुख्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया और प्रशासन को इस ढांचे को सात दिन के अंदर गिराने का समय दिया। प्रशासन को चेताया कि सात दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वे इस ढांचे को गिरा देंगे। प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में हिंदू एकता मंच के अध्यक्ष चंदन शर्मा ने कहा कि बसोली में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता है। ऐसे में वहां पर मस्जिद बनाने का क्या औचित्य है।'अवैध मस्जिद निर्माण सहन नहीं किया जाएगा'
उन्होंने कहा कि स्थानीय कई मुस्लिम परिवार प्रदेश में लंबे समय से रह रहे हैं और उनके लिए मस्जिद व अन्य सभी प्रकार की सुविधा है जिनका कभी किसी ने कोई विरोध नहीं किया, लेकिन पिछले कुछ समय से अचानक अन्य प्रदेशों के मुस्लिम बड़ी संख्या में आकर यहां रहने लगे हैं और काम-धंधा शुरू कर रहे हैं। कई जगह मस्जिदों का अवैध निर्माण किया जा रहा है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।
वर्ष 2021 में शुरू हुआ था निर्माण
हिंदू एकता मंच के अध्यक्ष चंदन शर्मा ने बताया कि वर्ष 2015 में बसोली पंचायत के तत्कालीन प्रधान श्याम सिंह कुमार ने पीरनिगाह के समीप सराय बनाने के लिए धारा-118 के तहत भूमि खरीदी। सराय बनाने के लिए घरवासड़ा गांव के एक व्यक्ति को पावर आफ अटार्नी दी थी।उक्त व्यक्ति ने पावर ऑफ अटार्नी का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 2021 में कोरोना काल में सराय बनाने का कार्य शुरू किया और बाद में धीरे-धीरे इसे मस्जिद का रूप दे दिया। जब लोगों ने भवन के ऊपर गुंबदों का निर्माण होते देखा तो पूरी सच्चाई सामने आई। उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी, लोग शांत रहें।
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