Himachal News: 4 दिन से पानी में जिंदगी बिताने को मजबूर हैं कामगार , प्रशासन नहीं ले रहा है सुध
हिमाचल में इन दिनों प्राकृतिक आपदा (Himachal Disaster) से कहर बरपा हुआ है लेकिन बाथू औद्योगिक क्षेत्र के पास बाहरी राज्यों के असहाय पड़े कामगारों की प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। इन कामगारों की बस्तियों में 4 दिनों से पानी भरा हुआ है। प्रशासन मदद करने की बजाय केवल दलीलें दे रहा है। झुग्गियों में पानी भरने से बीमारी फैलने का भी खतरा है।
15 वर्षों से नहीं हो पाया पुनर्वास
केवल दलीलें दे रहा है प्रशासन
पानी के बीच तैर रही हैं झुग्गियां
बीमारी फैलने का बना है डर
झुग्गियों के आगे जमा हुए पानी में कई कीड़े मकोड़े घूम रहे है। दूषित पानी की दुर्गंध से किसी भयंकर बीमारी के फैलने का भय बना हुआ है। बेशक ये लोग अपने छोटे बच्चों को दूषित पानी के पास जाने से रोक रहे है लेकिन बेबसी में इनकी शैतानियों को वे अब नजरअंदाज कर रहे हैं। इन नौनिहालों को नहीं पता कि इस दूषित पानी से किसी भयंकर बीमार की चपेट में आ सकते है। अधिकांश कामगार अभी बेकार बैठे हुए हैं। रात को सड़क के किनारे सो रहे हैं और खाने-पीने का उचित प्रबंध नहीं है।यह भी पढ़ें- Himachal Weather Update: शिमला और कांगड़ा में हुई भारी बारिश, 19 अगस्त से मौसम बदलने की संभावनापानी निकालने का नहीं हो रहा है प्रबंध
कई समाजसेवी पिछले तीन दिनों से इनको खाना खिला रहे हैं और स्वच्छ पानी टैंकरों के माध्यम से उपलब्ध करवा रहे है लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई प्रबंध अभी तक नहीं किए गए है। मंगलवार रात को उपायुक्त ऊना जतिन लाल के निर्देशानुसार झुग्गियों में से दमकल विभाग निकासी के लिए पहुंचा था।आसपास के लोगों ने दमकल विभाग को खाली हाथ लौटा दिया कि इन झुग्गियों में निकलने वाला दूषित पानी उनकी दुकानों में घुस जाएगा। इसलिए इस पानी की निकासी करने के लिए पानी को वैकल्पिक प्रबंध किया जाए।यह भी पढ़ें- Himachal News: घंटों तक जाम से जूझते रहे मां चिंतपूर्णी के भक्त, प्रशासन के ट्रैफिक प्लान की पोल खुलीबाथू-बाथड़ी औद्योगिक क्षेत्र में झुग्गियां बनाकर रहने वाले लोगों को अपने जीवन की स्वयं भी देखभाल करनी चाहिए, उन्हें जब पता है कि कभी झुग्गियां में आग लग जाती है तो अब बरसात का पानी कहर बना है तो इन लोगों को आगामी समय में झुग्गियों की बजाए वैकल्पिक प्रबंध जरूर करने चाहिए। संबंधित उद्योगों को अपने कामगारों को ठहराने का कोई प्रबंध करना चाहिए। झुग्गियों में से पानी की निकासी न होने के कारण पानी इकटठा है। एसडीएम हरोली व तहसीलदार हरोली को निर्देश दिए गए है कि मौके पर निरीक्षण करके कुछ ठोस प्रबंध किए जाएं। इनकी स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी जाएंगी।
जतिन लाल, उपायुक्त, जिला ऊना।