हिमाचल प्रदेश के ऊना में चिट्टे के जाल में फंसते जा रहे युवा, नशा माफिया पुलिस की गिरफ्त से बाहर
ऊना में पुलिस की तरफ से चिट्टे समेत कई युवाओं को पकड़ा गया है। चिट्टा इस कदर अपना जाल फैला रहा है कि अब इसके चुंगल में 15 साल की किशोरी से लेकर एमबीबीएस डॉक्टर तक इसके जाल में फंस रहे है।
ऊना, जागरण संवाददाता। हिमाचल प्रदेश में इस समय ऊना और हमीरपुर जिले में सबसे ज्यादा युवा चिट्टा के सेवन करते पकड़े जा रहे हैं। जितने भी मामले पुलिस के सामने आए हैं, उनमें से अधिकतक केस ऐसे हैं जिनमें चिट्टा पंजाब से लाया गया है।
ऐसा लग रहा था कि हिमाचल प्रदेश में हालात अब नियंत्रण में है लेकिन जितने मामले पकड़ में आ रहे हैं, उतने ही हालात भी तेजी से बिगड़ते जा रहे है। चिट्टा इस कदर अपना जाल फैला रहा है कि अब इसके चुंगल में 15 साल की किशोरी से लेकर एमबीबीएस डॉक्टर तक इसके जाल में फंस रहे है। ऊना जिले में पकड़े गए मामलों में ऊना के मामलें तो है ही लेकिन हमीरपुर के युवा भी पकड़े गए हैं। एक बात तो तय है कि ऊना ,हमीरपुर , कांगड़ा ,बिलासपुर चिट्टा माफिया के मुख्य निशाने पर है और अब इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने की जरूरत है।
पुलिस की तरफ से चिट्टे समेत कई युवाओं को पकड़ा गया है। हालांकि, चिट्टा माफिया अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लग पाए हैं। हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आएं है, जो हैरान कर देने वाले हैं।
1.पहला मामला- एमबीबीएस डॉक्टर का है जो दो दिन पहले चिट्टे सहित पुलिस ने पकड़ा है , जांच पड़ताल में पाया गया कि डॉक्टर चिट्टे के सेवन।खुद करता है और अब वो चिट्टे का आदि हो चुका है ।
2.दूसरा मामला- गगरेट क्षेत्र के एक गांव की युवती अक्सर चिट्टे के लिए कुछ लड़कों के साथ दोस्ती बनाकर रोजाना चिट्टे का सेवन करती है और उसका परिवार प्रशासन से उसकी इस चिट्टे की आदत को छुड़वाने की गुहार लगा चुका है लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है।
3. तीसरा मामला- पिछले पांच दिन से घर से दस हजार चोरी करके गायब 15 वर्षीय नाबालिका के तार भी चिट्टा माफिया से जुड़ रहे है , ये नाबालिका अलग अलग लड़को के साथ जंगली क्षेत्र में नजर आ रही है और इसके साथ अलग अलग लड़के और एक स्कूटी कयास लगाए जा रहे है कि ये काम भी चिट्टा गैंग का है ।
आखिर क्यों नहीं लग पा रही चिट्टे पर लगाम
दरअसल पड़ोसी राज्य पंजाब का होशियार पुर चिट्टा तस्करों के गढ़ बना हुआ है और हिमाचल के नशे के आदि अब वहां से लेकर आने की बजाए, वहीं पर नशे का सेवन करके आ रहे हैं। पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने का चालान तो काट सकती है लेकिन चिट्टे के सेवन करने पर गाड़ी चलाने के लिए अभी फिलहाल कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि, पुलिस होशियार पुर पुलिस के साथ मिलकर चिट्टा माफिया की सफाई के दावे तो करती है लेकिन फिलहाल इसमें कोई बड़ी कामयाबी मिल नहीं पाई है।