Olympics 2024, Hockey: ढोल-नगाड़े और डांस, भारतीय हॉकी टीम वतन लौटी, एयरपोर्ट पर हुआ जबरदस्त स्वागत
India Hockey Team भारतीय पुरुष हॉकी टीम मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर लौट आई। भारतीय टीम का ढोल-नगाड़ो के साथ जोरदार स्वागत हुआ। पीआर श्रीजेश और अमित रोहिदास की झलक पाने के लिए फैंस दिखे बेताब। भारतीय टीम ने पेरिस ओलंपिक्स 2024 में स्पेन को मात देकर ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारत ने 52 साल बाद ओलंपिक में लगातार दो मेडल जीते।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक्स 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ी मंगलवार की सुबह दिल्ली पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत हुआ। फैंस ने ढोल-नगाड़े बजाकर और डांस करके भारतीय खिलाड़ियों का शानदार स्वागत किया। भारतीय खिलाड़ियों का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पीआर श्रीजेश और अमित रोहिदास की एक झलक पाने के लिए फैंस बेताब दिखे।
बता दें कि भारत ने स्पेन को 3-2 से मात देकर पेरिस ओलंपिक्स 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारतीय टीम की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद हॉकी से संन्यास लिया। अपने आखिरी मैच में भी पीआर श्रीजेश ने कमाल का प्रदर्शन किया और स्पेनिश खिलाड़ियों के कई प्रयास विफल किए। इसके बाद मनु भाकर और पीआर श्रीजेश को पेरिस ओलंपिक्स की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत का ध्वजवाहक घोषित किया गया।
#WATCH | Players from India's #Bronze medal-winning Men's Hockey Team arrive in Delhi; receive a warm welcome from their families and others.
Visuals from Delhi airport. pic.twitter.com/hmlkiuRiIQ
— ANI (@ANI) August 13, 2024
पूरे देश से मिला प्यार
भारतीय टीम के खिलाड़ी सुमित वाल्मिकी ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ''शानदार लग रहा है। पूरा भारत हमें प्यार भेज रहा है। आप देशभर में माहौल देख सकते हैं। हमें ज्यादा प्यार करें, हम और बेहतर प्रदर्शन करेंगे।श्रीजेश के बारे में बात करते हुए सुमित ने कहा, ''श्रीजेश ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। हम ब्रॉन्ज मेडल उन्हीं के कारण जीते।''यह भी पढ़ें: भारतीय टीम को पेरिस ओलंपिक्स 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मिला जबरदस्त फायदा, FIH रैंकिंग्स में लगाई लंबी छलांग
गोल्ड की थी उम्मीद
याद दिला दें कि भारत को पेरिस ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद थी, लेकिन उन्हें जर्मनी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी और 1980 के बाद गोल्ड मेडल जीतने का सपना अधूरा रह गया। मगर भारतीय टीम ने अपने हौसले नहीं गंवाए और ब्रॉन्ज मेडल जीता। जीत के बाद भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा था कि उन्हें गोल्ड मेडल जीतने का भरोसा था, लेकिन जर्मनी ने अच्छा खेल दिखाकर उनकी टीम को रेस से बाहर कर दिया।