Hockey: 1997 जूनियर हॉकी विश्व कप के हीरो राजीव मिश्रा का निधन, रहस्यमय परिस्थितियों में घर में मिला शव
इंग्लैंड के मिल्टन कीन्ज में 1997 में आयोजित जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में भारत के प्रमुख स्ट्राइकर रहे राजीव मिश्रा का 46 साल की उम्र में निधन हो गया। राजीव ने 1997 जूनियर विश्व कप में भारत को रजत पदक दिलाया था। राजीव मिश्रा ने 1997 जूनियर विश्व कप हॉकी मैच में सर्वाधिक नौ गोल दागे थे। उन्हें उस समय हॉकी का अगला बड़ा सितारा माना जाता था।
By Jagran NewsEdited By: Umesh KumarUpdated: Sat, 24 Jun 2023 12:02 AM (IST)
वाराणसी, जागरण संवाददाता। पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी राजीव मिश्रा रहस्यमय परिस्थितियों में गुरुवार रात वाराणसी के शिवपुर के नारायणपुर गांव में अपने घर में मृत मिले। दुर्गंध आने पर पड़ोस के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। 1997 जूनियर विश्व कप में नौ गोल दागने वाले राजीव को उस समय भारतीय हॉकी का अगला बड़ा सितारा माना जाता था।
नीदरलैंड में खेले गये 1998 विश्व कप में उनके घुटने में गंभीर चोट लगी गई थी, जिसके बाद उनका करियर परवान नहीं चढ़ सका। उन्हें उस समय हॉकी महासंघ से इलाज और रिहैबिलिटेशन के लिए मदद नहीं मिली थी, जिससे इस प्रतिभाशाली फारवर्ड का करियर समय से पहले खत्म हो गया।
सीनियर वर्ल्ड कप टीम में नहीं हुआ था चयन
रेलवे में चल टिकट परीक्षक (TTE) के पद पर तैनात 46 वर्षीय राजीव शिवपुर में अपने घर में अकेले रहते थे। उनकी पत्नी चंचल और दो बच्चे लखनऊ में रहते हैं। वाराणसी आईं चंचल ने बताया कि 1998 में पैर में चोट लगने के कारण राजीव का सीनियर वर्ल्ड कप टीम में चयन नहीं हो पाया था। हाल के दिनों में वह अस्वस्थ रहने लगे थे।We are deeply saddened by the demise of our former Junior International Hockey Player and 1997 FIH Junior Men World Cup Silver medalist, Rajiv Mishra.
We send out our heartfelt condolences to his family.#HockeyIndia #IndiaKaGame #RIP pic.twitter.com/emSUCWfM03
— Hockey India (@TheHockeyIndia) June 23, 2023
उनके बचपन के कोच प्रेम शंकर शुक्ला ने कहा, राजीव की असामयिक मृत्यु भारतीय हॉकी के लिए एक बड़ा झटका है। वह असाधारण कौशल वाले हॉकी खिलाड़ी थे। पुलिस के मुताबिक, शव तीन दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद मृत्यु का सही कारण पता चल पाएगा।