Amarnath Yatra 2024: बाबा बर्फानी की यात्रा के लिए जम्मू कश्मीर तैयार, जल्द दर्शन कर पाएंगे भक्त; देखें इस बार क्या है खास
Amarnath Yatra 2024 बाबा बर्फानी की यात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पूरी तरह से तैयार हो गया है। करीब 200 कर्मी यात्री निवास को नया स्वरूप देने में जुटे हुए हैं। बाबा बर्फानी के जिन श्रद्धालुओं के पास पहले जत्थे में जाने का पंजीकरण होगा उन्हें 27 जून को यात्री निवास में प्रवेश मिलेगा। भोले के भक्तों को यात्री बसों की टिकट भी यात्री निवास में ही मिलेगी।
जागरण संवाददाता, जम्मू। वार्षिक अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से कश्मीर तक 20 जून तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
बदले हालात में इस साल रिकॉर्ड यात्रा होने की उम्मीद है। दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर पवित्र अमरनाथ गुफा में विराजमान बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 52 दिवसीय यात्रा 29 जून को शुरू होगी, जबकि समापन 19 अगस्त को होगा।
तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
भगवती नगर जम्मू स्थित यात्री निवास में इन दिनों तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। करीब 200 कर्मी यात्री निवास को नया स्वरूप देने में जुटे हुए हैं। बाबा बर्फानी के जिन श्रद्धालुओं के पास पहले जत्थे में जाने का पंजीकरण होगा, उन्हें 27 जून को यात्री निवास में प्रवेश मिलेगा।विधिवत पूजा-अर्चना के बाद प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा हरी झंडी दिखाकर 28 जून को श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए रवाना करेंगे। 29 जून को श्रद्धालु बाबा बर्फानी के पहले दर्शन करेंगे।
यात्रियों के लिए बनाए गए निवास गृह
भगवती नगर स्थित यात्री निवास में 1800 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। इसमें 1600 श्रद्धालुओं के लिए यात्री निवास में बने तीन हॉल में ठहरने की व्यवस्था है जबकि प्रांगण में बनाए गए फेब्रिकेटेड शेड में भी 200 श्रद्धालु ठहर सकते हैं। यात्रा बीच में बंद होने की सूरत में यहां अधिकतम 2500 श्रद्धालु को ठहराया जा सकता है।यह भी पढ़ें: Jammu Terror Attack: पाकिस्तान में रचा गया था षडयंत्र, सिर्फ जम्मू संभाग में ही क्यों हुए आतंकी हमले? पांच बड़े कारण आए सामने
श्रद्धालुओं को बिस्तर-कंबल भी मुहैया करवाए जाएंगे। इसके लिए उन्हें मामूली दाम देने होंगे। हाल में जगह मिलते ही श्रद्धालु पंजीकरण स्लिप दिखाकर मात्र 50 देकर बिस्तर, कंबल और तकिया हासिल कर सकता है। यहां लंगरों में केवल पौष्टिक व्यंजन ही परोसे जाएंगे। भवन के भीतर दो, जबकि मुख्यद्वार के बाहर पांच से छह लंगर लगाए जाएंगे। लंगर आयोजकों को यात्रियों को जंक व फास्ट फूड जैसे खान-पान परोसे की सख्त मनाई है।
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