Move to Jagran APP

Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ धाम पर भक्तों की सेहत का खास ख्याल, यात्रा मार्गों पर मिलेंगे 26 ऑक्सीजन बूथ

तीन दिन बाद श्रद्धालु बाबा अमरनाथ धाम के दर्शन कर सकेंगे। धाम पर सुरक्षा से लेकर सेहत सभी का खास ख्याल रखा गया है। समुद्र तल से 3880 मीटर की ऊंचाई पर होने से श्रद्धालुओं को अक्सर ऑक्सीजन की कमी से सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यात्रा मार्गों पर 26 ऑक्सीजन बूथ लगाए गए हैं।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 25 Jun 2024 12:32 PM (IST)
Hero Image
अमरनाथ धाम चित्र (श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड से लिया गया है)
राज्य ब्यूरो, जम्मू। बाबा अमरनाथ धाम (Amarnath Yatra 2024) की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। पहलगाम और बालटाल मार्गों पर 26 ऑक्सीजन बूथ स्थापित किए हैं। इनमें ऑक्सीजन सिलेंडर, पल्स ऑक्सीमीटर सहित अन्य उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होंगे।

बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड, संबंधित जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सक्रिय होकर कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर डॉ. मुश्ताक राथर ने चिकित्सा सुविधाओं की तैयारी पर नियमित रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा। 

अमरनाथ गुफा के समुद्र तल से 3880 मीटर की ऊंचाई पर होने से श्रद्धालुओं को अक्सर ऑक्सीजन की कमी से सांस लेने में दिक्कत के अलावा अन्य बीमारियां घेर लेती हैं। जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से लेकर भवन तक स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रबंध किए हैं।

यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: न फिसलन का डर, न ही श्रद्धालुओं को डराएंगे गिरते पत्थर; इस बार सुरक्षित और आरामदायक होगी अमरनाथ यात्रा

चिकित्सा सुविधाओं के किए गए पुख्ता इंतजाम

निदेशक राथर ने चंदनबाड़ी आधार शिविर में अस्पताल से लेकर शेषनाग आधार शिविर तक चिकित्सा सुविधाओं के प्रबंध देखे। उन्होंने पहलगाम मार्ग पर बेस अस्पताल चंदनवाड़ी, पिस्सुटाप, जोजिबल, नागाकोटी और बेस अस्पताल शेषनाग तक चिकित्सा सुविधाओं के प्रबंधों का जायजा लिया। 

अस्पतालों व चिकित्सा केंद्रों में दवाइयां, मेडिकल उपकरण व अन्य ढांचागत सुविधाओं की तैयारियां चल रही है। ऑक्सीजन बूथ साइट का जायजा लिया।

यात्रा के दौरान अगर किसी को सांस लेने की परेशानी आती है तो ऑक्सीजन बूथ ऑक्सीजन सिलेंडर का सहारा लिया जा सकता है। निदेशक ने अधिकारियों व शिविरों के चिकित्सा केंद्रों के स्टाफ से कहा कि वे समय रहते खामियों का पता लगाएं।

यात्रा मार्ग पर 55 चिकित्सा केंद्र होंगे।

निदेशक ने बताया कि कि यात्रा मार्ग पर 55 चिकित्सा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें छह बेस अस्पताल शामिल हैं। बालटाल और चंदनबाड़ी में 100 बिस्तरों वाले अस्पताल स्थापित किए हैं। 11 मेडिकल एड सेंटर, 12 आपातकालीन सहायता केंद्र, 26 ऑक्सीजन बूथ और 15 आन रूट सुविधाएं शामिल हैं।

आपात स्थिति से निपटने के लिए 17 ऑन रूट सुविधाओं को स्टैंडबाय पर रखा जाएगा। यात्रा के लिए 173 विशेषज्ञों, 244 चिकित्सा अधिकारियों और 998 पैरामेडिकल कर्मी सहित 1415 स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है। इनमें 754 जम्मू-कश्मीर से होंगे। 661 के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से आ रहे हैं जो यात्रा के दौरान आते रहेंगे।

जम्मू के यात्री निवास में ये डॉक्टर मिलेंगे मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जम्मू डा. हरबख्श सिंह ने वैष्णवी धाम, पंचायत भवन, सरस्वती धाम, महाजन हाल, गीता भवन, राम मंदिर, यात्री निवास, टीआरसी जम्मू में डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात कर दिया है।

यह भी पढ़ें- पाकिस्तान के सैदावाली में भी गूंज रहे बाबा चमलियाल के जयकारे, पारंपरिक रीति-रिवाज से होगा वार्षिक मेले का आयोजन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।