स्वतंत्रता दिवस पर रोकी गई अमरनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं की संख्या में आई कमी; जानें कब रवाना होगा अगला जत्था
अमरनाथ यात्रा में गिरावट आई है। दोनों मार्गों पहलगाम और बालटाल पर अब सिर्फ 40 लंगर बचे हैं जो मौजूदा श्रद्धालुओं की संख्या के लिए पर्याप्त हैं। अब तक 4.30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं।श्रद्धालुओं की कम संख्या को देख 15 अगस्त तक जम्मू के यात्री निवास भगवती नगर से जत्थे को रवाना नहीं किया जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। बाबा अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के समापन पर 16 दिन शेष रह गए हैं (16 Days remains For Amarnath Yatra)। यात्रा में भी गिरावट आई है। दोनों मार्गों पहलगाम और बालटाल (Pahalgam and Baltal) पर अब सिर्फ 40 लंगर बचे हैं जो मौजूदा श्रद्धालुओं की संख्या के लिए पर्याप्त हैं।
15 अगस्त तक रोकी गई यात्रा
अब तक 4.30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर व श्रद्धालुओं की कम संख्या को देख 15 अगस्त (Yatra will stop till 15 August) तक जम्मू के यात्री निवास भगवती नगर से जत्थे को रवाना नहीं किया जाएगा।
वापस लौटे लंगर वाले
सोमवार को भी श्रद्धालुओं को रवाना नहीं किया गया। सोमवार को 2269 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए। उधर, जम्मू में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी को देखते हुए एक दिन छोड़कर जत्थे को पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना किया जा रहा है। शुरू में यात्रा के दोनों मार्गों पर 123 लंगर लगाए गए थे। बाबा बर्फानी लंगर ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान राजन गुप्ता का कहना है कि श्रद्धालुओं की संख्या में कमी के बाद जरूरत अनुसार लंगर ही रह जाते हैं और अधिकतर लंगर वाले वापस चले जाते हैं।
इस बार 62 दिन की है यात्रा
गत एक जुलाई से शुरू हुई यात्रा इस बार 62 दिन की है जो अब तक की सबसे लंबी अवधि है। यात्रा रक्षा बंधन वाले दिन 31 अगस्त को संपन्न होनी हे। स्वतंत्रता दिवस के बाद 16 अगस्त को श्रीनगर के दशनामी अखाड़ा से महंत देपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक शंकराचार्य मंदिर के लिए रवाना होगी।