Amarnath Yatra: श्रद्धालुओं की राह पर ड्रोन की नजर, नाइट विजन से हर पल चौकसी; सेना NDRF समेत कई दस्ते तैनात
सैन्य अधिकारी ने बताया कि बालटाल और चंदनबाड़ी से आगे यात्रा मार्ग पर माउंटेन रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। अत्याधुनिक बचाव उपकरणों से लैस यह दल प्राकृतिक आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) के साथ मिलकर यात्रा मार्ग पर बचाव कार्यों की तैयारी परखने के लिए माक ड्रिल भी की गई।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। श्री अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है और पहले दस्ते ने हिमलिंग स्वरूप भगवान अमरेश्वर के दर्शन भी कर लिए हैं। आतंकियों की धमकियों के बावजूद निर्विरोध चल रही यात्रा हमारे जवानों द्वारा बनाए अभूतपूर्व सुरक्षा घेरे से ही संभव हो पाई है। ड्रोन से श्रद्धालुओं की राह पर सुरक्षाबल नजर रखे हुए हैं और साथ ही अंधेरे में भी चौकसी में सक्षम नाइट बिजन डिवाइस से यात्रा मार्ग पर हर पल नजर रखी जा रही है। इतना ही नहीं बमर निरोधक दस्तक, पहाड़ियों पर तैनात विशेष सुरक्षा बल और जंगल में सक्रिय श्वान दल मजबूत सुरक्षा घेरा बनाए हैं और श्रद्धालु बेखौफ यात्रा जारी रखे हुए हैं।
इसके अलावा यात्रा मार्ग पर विशेष कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए यात्रा मार्ग पर बचावकर्मियों के विशेष दल तैनात रखे गए हैं। पहलगाम में सेना की 01 आरआर यूनिट के सेक्टर कमांडर अमनदीप मल्ली ने कहा कि यात्रा को निर्विघ्न और सुरक्षित संपन्न कराने के लिए इस वर्ष पहले की अपेक्षा कहीं ज्यादा बंदोबस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर रात के समय निगरानी के लिए तैनात जवान और अधिकारी नाइट विजन डिवाइस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। क्वाडकाप्टर (ड्रोन) भी नियमित अंतराल पर यात्रा मार्ग पर उड़ान भर रहे हैं।
बालटाल में सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही सेना की 03 आरआर ब्रिगेड के सेक्टर कमांडर अतुल राजपूत ने कहा कि पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ व अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर हमने मजबूत सुरक्षा घेरा तैयार किया है। यात्रा मार्ग की सुरक्षा की नियमित समीक्षा का प्रभावी तंत्र तैयार किया गया है। कोई भी अवांछित तत्व यात्रा मार्ग पर दाखिल न हो सके, यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें तैयार
सैन्य अधिकारी ने बताया कि बालटाल और चंदनबाड़ी से आगे यात्रा मार्ग पर माउंटेन रेस्क्यू टीमों को तैनात किया गया है। अत्याधुनिक बचाव उपकरणों से लैस यह दल प्राकृतिक आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह प्रशिक्षित हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ) के साथ मिलकर यात्रा मार्ग पर बचाव कार्यों की तैयारी परखने के लिए माक ड्रिल भी की गई। पिछले साल जुलाई में पवित्र गुफा के पास आई बाढ़ से हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग पर कई जगहों पर मलबा हटाने के लिए आवश्यक मशीनरी को भी पहुंचाया गया है।