Amarnath Yatra: बाबा बर्फानी का आज दर्शन करेगा श्रद्धालुओं का पहला जत्था, घाटी में हर-हर महादेव का जयघोष
Amarnath Yatra 2024 बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज रवाना हो गया है। अमरनाथ की यात्रा पर जाने से पहले श्रद्धालुओं ने बम-बम भोले का जयघोष किया। शनिवार सुबह श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं को पहलगाम व बालटाल से पवित्र गुफा की तरफ रवाना किया जाएगा और हिमलिंंग के पहले दर्शन के साथ ही 52 दिन की यात्रा शुरू हो जाएगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जय बाबा बर्फानी और हर-हर महादेव के जयघोष के बीच शुक्रवार सुबह श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से निकला 4603 श्रद्धालुओं का पहला जत्था शाम को कश्मीर में आधार शिविर पहलगाम और बालटाल पहुंच गया।
इससे पहले जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यात्रा को झंडी दिखाकर व शुभकामनाएं देकर रवाना किया। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर श्रद्धालुओं का जत्था त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहा। जम्मू से लेकर कश्मीर तक श्रद्धालुओं का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ।
#WATCH | J&K: A large number of pilgrims en route from Baltal to Holy Amarnath cave. pic.twitter.com/u9hdwn7c95
— ANI (@ANI) June 29, 2024
घाटी में गूंजा हर-हर महादेव का जयघोष
शनिवार सुबह श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं को पहलगाम व बालटाल से पवित्र गुफा की तरफ रवाना किया जाएगा और हिमलिंंग के पहले दर्शन के साथ ही 52 दिन की यात्रा शुरू हो जाएगी। सुबह जम्मू से पहले जत्थे में शामिल होकर जाने वाले देशभर से आए श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर था। कहीं बम-बम भोले तो कहीं भारत माता की जय के जयघोष से मानो पूरा भारत ही जम्मू में उमड़ आया हो।इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यात्री निवास में पूजा-अर्चना में भाग लिया। यात्रा को रवाना करने के दौरान उपराज्यपाल ने कहा कि बाबा अमरनाथ की कृपा से हर किसी के जीवन में शांति, खुशी और खुशहाली आएगी।
231 वाहनों में निकले शिवभक्त
जम्मू के यात्री निवास से पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुए पहले जत्थे में 231 वाहनों में 3631 पुरुष, 711 महिलाएं, नौ बच्चे व 252 साधु शामिल थे। पहलगाम रूट से रवाना हुए 2670 श्रद्धालुओं में 2124 पुरुष, 383 महिलाएं, एक बच्चा और 162 साधु शामिल थे।
वहीं, बालटाल रूट से रवाना हुए 1933 श्रद्धालुओं में 1507 पुरुष, 328 महिलाएं, आठ बच्चे और 90 साधु शामिल थे। कश्मीर से यात्रा पर जाने के लिए दो मार्ग हैं, एक बालटाल व दूसरा पहलगाम रूट। बालटाल से श्रद्धालु एक ही दिन में पवित्र गुफा तक पहुंच जाते हैं, जबकि पहलगाम से जाने वालों को भवन तक पहुंचने में दो दिन का समय लगता है। यह यात्रा 19 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी।
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