अमरनाथ यात्रा की सुविधाओं पर शिवसेना हिंदुस्तान ने खड़े किए सवाल, कहा- श्रद्धा का मान नहीं रख पाया प्रशासन
Amarnath Yatra in Jammu जम्मू शिवसेना हिंदुस्तान ने अमरनाथ यात्रा की सुविधाओं के संबंध में प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बाबा अमरनाथ जी की यात्रा में श्रद्धा का मान नहीं हो पाया है। यात्रा व्यवसायिक बन कर रह गई है। छोटी से छोटी सुविधा के लिए भी श्रद्धालुओं को पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। लोगों को समान रखने के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता। Amarnath Yatra: जम्मू शिवसेना हिंदुस्तान ने अमरनाथ यात्रा के संबंध में प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बाबा अमरनाथ जी की यात्रा में श्रद्धा का मान नहीं हो पाया है। यात्रा व्यवसायिक बन कर रह गई है। छोटी से छोटी सुविधा के लिए भी श्रद्धालुओं को पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। रविवार को सीमांत क्षेत्र के दौरे पर निकलने से पहले प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश केसरी मीडिया कर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
सामान रखने से लेकर पंजीकरण तक करना पड़ा रहा भुगतान
राजेश केसरी ने कहा कि बाबा अमरनाथ जी के धाम पर क्लॉक रूम में सामान रखने के लिए पैसे देने पड़ रहे हैं। जगह जगह टेंट किराए पर मिल रहे हैं। पंजीकरण के लिए फीस ली जा रही है। वहीं, यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को विभिन्न टोल प्लाजा पर शुल्क देना पड़ता है। भोजन की व्यवस्था तो लंगर वालों ने की है। ऐसे में यात्रा के नाम पर जम्मू-कश्मीर में प्रशासन की ओर से सुविधाएं कहां पर है।
हिंदू संगठन चाहते थे अमरनाथ की फ्री यात्रा
केसरी ने कहा कि यात्रा आरंभ होने से एक माह पहले ही जम्मू-कश्मीर के हिंदू संगठन आवाज बुलंद कर रहे थे कि बाबा अमरनाथ यात्रा सबके लिए फ्री हो। किसी से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। ऐसी ही निश्शुल्क सुविधाएं दी जाएं, जैसे कि माता वैष्णो देवी धाम में आने वाले श्रद्धालुओं को मिलती हैं।
मां वैष्णो देवी की यात्रा जैसी देनी चाहिए सुविधाएं
केसरी ने कहा कि वहां पर यात्रा पर्ची का कोई शुल्क नहीं लिया जाता, क्लॉक रूम की सुविधा फ्री है। वहीं, रात को सोने के लिए कंबल, बिस्तर सब बिना पैसे के उपलब्ध है। लेकिन बाबा अमरनाथ यात्रा में मनमाने शुल्क वसूले जा रहे हैं। केसरी ने कहा कि बाबा अमरनाथ यात्रा हिंदुओं की बड़ी यात्रा है और देश के कोने कोने से श्रद्धालु लोग यहां पर श्रद्धा भाव से आते हैं। इन पर शुल्क का बोझ नहीं डाला जा सकता।
शुल्क रहित यात्रा की हुई थी मांग
जम्मू के हिंदू संगठनों ने प्रशासन से बार बार मांग की थी कि इस बार शुल्क रहित यात्रा बनाकर देश में अच्छा संदेश जाए ताकि आने वाले बरसों में और ज्यादा श्रद्धालु यहां पर आ सकें। इस मुद्दे को लेकर हिंदू संगठनों में चर्चाएं चल रही हैं।