Jammu Kashmir: दरबार मूव प्रथा जारी रखने की मांग को लेकर अपनी ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने दी गिरफ्तारियां
पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर जिला पुलिस लाइन ले गई जहां दोपहर बाद इन्हें रिहा कर दिया गया। अपनी ट्रेड यूनियन के प्रधान एजाज काजमी की अध्यक्षता में ये कार्यकर्ता प्रदर्शनी मैदान के बाहर एकत्रित हुए और दरबार मूव प्रथा को जारी रखने की मांग के समर्थन में नारेबाजी की।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू-कश्मीर में दरबार मूव की प्रथा को जारी रखने की मांग को लेकर प्रदर्शनी मैदान में एकत्रित हुए अपनी ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रदर्शनी मैदान के बाहर प्रदर्शन किया और बाद में गिरफ्तारियां दी। गिरफ्तारियां देने वालों में यूनियन प्रधान व पूर्व विधायक समेत करीब 30 कार्यकर्ता शामिल रहे।
इन कार्यकर्ताओं ने डोगरा चौक से आगे बढ़ने का प्रयास किया, जिसे लेकर उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस इन्हें हिरासत में लेकर जिला पुलिस लाइन ले गई, जहां दोपहर बाद इन्हें रिहा कर दिया गया। अपनी ट्रेड यूनियन के प्रधान एजाज काजमी की अध्यक्षता में ये कार्यकर्ता प्रदर्शनी मैदान के बाहर एकत्रित हुए और दरबार मूव प्रथा को जारी रखने की मांग के समर्थन में नारेबाजी की।
एजाज काजमी ने कहा कि दरबार मूव कश्मीर व जम्मू में केवल कर्मचारियों के आनेजाने तक ही सीमित नहीं है। यह दोनों क्षेत्रों में सांस्कृतिक व आर्थिक रूप से एक-दूसरे के साथ जोड़ता है। इस प्रथा से दोनों हिस्सों के लोगों का आपसी मेल-मिलाप रहता है और यह दरबार मूव जम्मू-कश्मीर के आपसी भाईचारे व सौहार्द का प्रतीक है। काजमी ने कहा कि दरबार मूव बंद होने से दोनों तरफ के कारोबारियों, होटल व्यवसायियों व पर्यटन से जुड़े लोगों पर वितरीत असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 के बाद से जम्मू वैसे भी मुश्किल दौर से गुजर रहा है और ऐसे हालात में अगर दरबार मूव बंद किया जाता है तो इससे जम्मू पर वितरीत असर पड़ेगा। उन्होंने सरकार से अपने फैसले पर पुर्नविचार करने की अपील की।प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक फकीर नाथ, बोधराज भगत, डॉ. रोहित गुप्ता, शंकर सिंह चिब, राज कुमार शर्मा व काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल रहे।