Ladakh : बर्फ से जमे इलाकों में सुरक्षा के साथ सहयोग दे रही सेना, कयूल-पदम में मदद को लगाए कैंप
सेना के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी का कहना है कि लद्दाख में सर्दियां चुनौती भरी होती हैं। गर्मियों के मुकाबले लद्दाख में सर्दियों की चुनौतियां बिलकुल अलग हैं। दूरदराज इलाकों में जीवन मुश्किल हो जाता है।
By vivek singhEdited By: Rahul SharmaUpdated: Fri, 11 Nov 2022 12:31 PM (IST)
लेह, राज्य ब्यूरो : बर्फ से जमे लद्दाख की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ सेना के जवान चुनौतीपूर्ण हालात में दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद करने के लिए भी हाजिर है। लद्दाख में बर्फ लोगों के लिए कई प्रकार की मुश्किलें लाती है। सड़क मार्ग से प्रशासन के दूरदराज इलाकों में लोगों के बीच पहुंचने के रास्ते बंद हो जाते हैंं।
ऐसे हालात में सेना लोगों का सहारा बन जाती है। सेना ने लद्दाख के दूरदराज कयूल गांव में करीब 14 हजार फीट की उंचाई पर लोगों को राहत देने के लिए मेडिकल व वेटनरी कैंपों का आयोजन किया। कयूल के साथ की टीमों नें लेह के पदम इलाकों में लोगों को राहत देने के लिए अभियान चलाया।
सेना की स्थानीय बटालियन की ओर से आयोजित इन कैंपों के दौरान मेडिकल टीमों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ उनके मवेशियों की भी जांच की। इस दौरान निशुल्क दवाईयां भी बांटी गई। सेना के डाक्टरों व चिकित्सा सहायकों ने लोगों की बीमारियों का इलाज करने के साथ उन्हें ठंड के महीनों में खुद को बचाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जागरूक किया। कुछ दिन पहले सेना ने पश्चिमी लद्दाख के दूरदराज के कुछ इलाके में भी मेडिकल कैंप का आयोजन किया था। कैंप का आयोजन सेना की चौदह कोर की यूनिफार्म फोर्स की ओर से किया गया था।
इसी बीच पदम में सेना की टीमों ने लोगों की मुश्किलों के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ लोगों में कम्प्यूटर, पीए सिस्टम व सोलर लाइटों के साथ युवाओं के लिए तीरअंदाजी किट भी बांटे। लद्दाख में सर्दियां शुरू हो गई हैं। ऐसे में प्रशासन के साथ सेना भी दूरदराज इलाकों के लोगों को राहत देने के लिए पहले से अधिक सक्रिय भूमिका निभाएगी। ठंड के महीनों में लोगों को कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। दूरदराज इलाकों में लोगों के लिए दूर स्थित हेल्थ सेंटरों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सेना के जवान उनके पास पहुंचकर उन्हें राहत देती है।
सेना के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी का कहना है कि लद्दाख में सर्दियां चुनौती भरी होती हैं। गर्मियों के मुकाबले लद्दाख में सर्दियों की चुनौतियां बिलकुल अलग हैं। दूरदराज इलाकों में जीवन मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सेना मेडिकल कैंपों का आयोजन करने के साथ कई बार मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए भी सेना कार्रवाई करती है।
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