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जम्मू-कश्मीर में अब तहसील स्तर पर खोले जाएंगे आयुष मेडिकल स्टोर, ग्रामीणों को मिलेगी उपचार से जुड़ी सुविधा

Jammu Kashmir News आयुर्वेदिक संस्थान जम्मू के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि जल्द ही प्रदेश में तहसील स्तर पर आयुष दवाओं के लिए विशेष मेडिकल स्टोर खोले जाएंगे। इस सुविधा से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कई लाभ मिलेंगे। आयुष मंत्रालय ने हर घर आयुष योग अभियान की शुरुआत की है जिससे समुदायों में आयुर्वेद और योग को बढ़ावा मिलेगा।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 19 Oct 2024 04:32 PM (IST)
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जम्मू-कश्मीर में खोले जाएंगे विशेष मेडिकल स्टोर (जागरण फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, जम्मू प्रदेश में तहसील स्तर पर आयुष दवाओं के लिए विशेष मेडिकल स्टोर खोलने की योजना है। आयुर्वेदिक संस्थान जम्मू के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।

इस सुविधा से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कई लाभ मिलेंगे। आयुष मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में संस्थान के प्रभारी अनुसंधान अधिकारी डा. गोपेश कुमार शर्मा ने केंद्र की 100 दिनों की स्वास्थ्य पहलों में मंत्रालय की उपलब्धियों और समझौतों पर विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने एक जड़ीबूटी, एक मानक पहल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य हर्बल दवाओं को मानकीकृत करना है। हर तहसील स्तर पर आयुष दवाओं के लिए विशेष मेडिकल स्टोर खोलने की योजना चल रही है, जिससे पारंपरिक उपचारों की पहुंच को आसान बनाया जा सके।

1489 आयुष्मान आरोग्य केंद्र का किया गया मूल्यांकन

अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (नाभ) ने 1,489 आयुष्मान आरोग्य केंद्र सुविधाओं का मूल्यांकन पूरा कर लिया है, जिनमें से 1,005 को आयुष प्रवेश स्तर प्रमाणन प्रदान किया गया है।

संस्थान के उप निदेशक डॉ. सुरेश शर्मा ने बताया कि मंत्रालय ने हर घर आयुष योग अभियान की शुरुआत की है, जिससे समुदायों में आयुर्वेद और योग को बढ़ावा मिले। इसके अलावा वृद्धजन के लिए 14,692 आयुष शिविरों का आयोजन कर लक्ष्य से अधिक कार्य किया गया। आयुष मंत्रालय ने 52.47 करोड़ रुपये के वित्तपोषण से छह नए उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित किए हैं और आयुर्वेदिक पैकेजों को आयुष्मान भारत-प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना में जोड़ा है।

डॉ. सुरेश शर्मा ने खास तौर पर जम्मू के लोगों से अनुरोध किया कि वे आयुर्वेदिक संस्थान में आएं और बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्वर्णप्राशन की बूंदें पिलाएं।

सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी पहल

उन्होंने यह भी बताया कि सुप्रजा योजना आयुष मंत्रालय की सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में सबसे बड़ी पहल है, जिसके तहत गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव पूर्व, प्रसव के समय और प्रसव के बाद के स्वास्थ्य जांच और देखभाल सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

मंत्रालय की स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान में भागीदारी के बारे में बात करते हुए तलत अंजुम ने कहा कि मंत्रालय ने स्वच्छता और सामुदायिक जुड़ाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया है। आयुष मंत्रालय ने अपनी पहल से न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में, बल्कि स्वच्छता और सामाजिक भागीदारी में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रेस वार्ता में अनुसंधान अधिकारी तलत अंजुम और जुगल किशोर गुप्ता इत्यादि मौजूद रहे।

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