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Jammu Kashmir News: आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्ड बनाने में जम्मू-कश्मीर टॉप पर, 83 प्रतिशत लोगों के बने कार्ड

जम्मू-कश्मीर के 98 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं जहां पर परिवार के किसी न किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड बना है। कुल 83 प्रतिशत लोगों ने अपने कार्ड बना लिए हैं। चालू पॉलिसी के समय में इस समय तक तीन लाख से अधिक लोगों ने अपना योजना के तहत इलाज करवाया

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 12 Feb 2023 08:28 AM (IST)
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जम्मू-कश्मीर के 83 प्रतिशत लोगों के बने आयुष्मान कार्ड

जम्मू,राज्य ब्यूरो। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव भूपेंद्र कुमार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और सेहत योजना की समीक्षा की। इस दौरान स्टेट हेल्थ एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव गडकर ने प्रदेश में दोनों योजनाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया।

उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर के 98 प्रतिशत परिवार ऐसे हैं जहां पर परिवार के किसी न किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड बना है। कुल 83 प्रतिशत लोगों ने अपने कार्ड बना लिए हैं। चालू पॉलिसी के समय में इस समय तक तीन लाख से अधिक लोगों ने अपना योजना के तहत इलाज करवाया है।

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आयुष्मान भारत योजना से मरीजों को हो रहा लाभ

अस्पतालों को उनके दावों के अनुसार 430 करोड़ रुपये दिए गए। उन्होंने सरकारी और निजी अस्पतालों द्वारा किए गए काम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले 25 अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। स्टेट एंटी फ्रॉड यूनिट सभी अस्पतालों की गतिविधियों की निगरानी कर रहा है।

स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव ने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सेहत जम्मू-कश्मीर की सबसे अधिक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका बेहतर ढंग से लागू होने से मरीजों को भी इसका अच्छा लाभ मिल रहा है। उन्होंने विभिन्न हितधारकों से योजना की प्रभावी निगरानी करने और धोखाधड़ी पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा।

अस्पताल नियमों का उल्लंघन होने पर कार्रवाई

उन्होंने कहा कि अगर कोई भी अस्पताल नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जाएगा और उसका पंजीकरण भी योजना से रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य निदेशक जम्मू और कश्मीर को अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाली प्रयोगशालाओं पर भी निगरानी रखने को कहा ताकि कोई भी नियमों का उल्लंघन न करे। उन्होंने प्रतिभागियों से अपनी रिपोर्टिंग को बढ़ाने, फीडबैक देने,लाभार्थियों से आडिट करवाने पर जोर दिया। बैठक में स्टेट नोडल अधिकारी सनम मंसूर और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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