Jammu: चेतावनी के साथ निजी प्रैक्टिस पर लगा प्रतिबंध हटाया, मरीजों को सरकारी अस्पताल से प्राइवेट अस्पताल भेजने का लगा था आरोप
जम्मू में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने दो फैकल्टी सदस्यों की निजी प्रैक्टिस पर लगे प्रतिबंध को चेतावनी देकर हटा दिया है। उन दोनों पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों को सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल भेजने का आरोप था। दोनो पर मरीजों को रेफर करने के आरोपों की जांच के लिए समिति गठित की थी।
By rohit jandiyalEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sat, 16 Dec 2023 06:14 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, जम्मू। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राजकीय मेडिकल कॉलेज बारामुला के दो फैकल्टी सदस्यों की निजी प्रैक्टिस पर लगा प्रतिबंध चेतावनी देकर हटा दिया है। दोनों पर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सेहत के तहत आने वाले मरीजों को सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में भेजने का आरोप है।
इस साल 9 फरवरी को लगा था प्रतिबंध
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रशासनिक सचिव भूपेंद्र कुमार ने राजकीय मेडिकल कालेज बारामुला में ईएनटी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जफरउल्ला और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शफकत अहमद लोन की निजी प्रैक्टिस पर इसी वर्ष नौ फरवरी को प्रतिबंध लगा दिया था। दोनो पर मरीजों को रेफर करने के आरोपों की जांच के लिए समिति गठित की थी।
निजी प्रैक्टिस पर लगे प्रतिबंध को हटाया
अब समिति की रिपोर्ट के बाद विभाग के प्रशासनिक सचिव ने तत्काल प्रभाव से दोनो की निजी प्रैक्टिस पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। लेकिन दोनों को चेतावनी दी है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सेहत का लाभ देने के लिए किसी भी मरीज को सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में रेफर न करें। अगर भविष्य में ऐसा कभी भी कोई मामला सामने आया तो दोनो के खिलाफ नियमों के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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