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जम्मू-कश्मीर में बेहतर समन्वय से होगा आतंकवाद पर कड़ा प्रहार, सीडीएस ने दुश्मन के हर षड्यंत्र को विफल करने के दिए निर्देश

सीडीएस ने श्रीनगर में चिनार कोर का दौरा कर आतंकवाद का नामो-निशान मिटाने के लिए सेना-सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान के बारे में जानकारी ली थी। सूत्रों के अनुसार उन्होंने सभी सैन्य फॉरमेशन को सतर्कता के स्तर में और वृद्धि कर आतंकियों पर दबाव बनाकर उन्हें निष्क्रिय बनाने के लिए कहा। श्रीनगर में चिनार कोर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Published: Tue, 18 Jun 2024 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2024 06:00 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर में बेहतर समन्वय से होगा आतंकवाद पर कड़ा प्रहार

 राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को सख्ती से कुचलने की चल रही निर्णायक तैयारी के बीच सोमवार को जम्मू पहुंचे चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने जम्मू संभाग में इसी माह हुए चार आतंकी हमलों से उपजे सुरक्षा हालात, आतंकवाद के खिलाफ सेना व सुरक्षा बलों की तैयारी व श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा जांची।

वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की

इस दौरान सेना व सुरक्षा बलों को आपस में और बेहतर समन्वय बनाने व मजबूत इंटेलीजेंस नेटवर्क से दुश्मन के षड्यंत्र को विफल करने के निर्देश भी दिए गए। इससे पहले सीडीएस ने ऊधमपुर में नार्दर्न कमान और श्रीनगर में चिनार कोर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी की। सीडीएस रविवार को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंचे थे।

आतंकवाद का नामो-निशान मिटाने को सेना को दिए आदेश

सीडीएस ने श्रीनगर में चिनार कोर का दौरा कर आतंकवाद का नामो-निशान मिटाने के लिए सेना-सुरक्षा बलों के संयुक्त अभियान के बारे में जानकारी ली थी। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने सभी सैन्य फॉरमेशन को सतर्कता के स्तर में और वृद्धि कर आतंकियों पर दबाव बनाकर उन्हें निष्क्रिय बनाने के लिए कहा।

सोमवार सुबह सीडीएस ने ऊधमपुर में नार्दर्न कामन और दोपहर को जम्मू के नगरोटा में सेना की सोलह कोर मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा हालात की समीक्षा की। सैन्य सूत्रों के अनुसार, सीडीएस ने सोलह कोर मुख्यालय में जम्मू में आतंकी हमलों के दुश्मन के षड्यंत्र, नियंत्रण रेखा पर आतंकी घुसपैठ पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के प्रबंधों की जानकारी ली।

आतंकियों को तलाश कर उन्हें खत्म करने दिए निर्देश

इसके साथ दूरदराज इलाकों में सैनिकों की तैनाती से सुरक्षा ग्रिड को पुख्ता बनाने, मानवीय इंटेलीजेंस को बेहतर बनाकर आतंकी षड्यंत्र का पता लगाने व आतंकियों को तलाश कर उन्हें खत्म करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर भी चर्चा की। जनरल अनिल चौहान ने शाम को दिल्ली लौटने से पहले उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू संभाग के दूरदराज इलाकों में आतंक के समूल नाश के लिए चलाए आ रहे ऑपरेशन ऑल आउट की जानकारी ली।

चार दिन में हुए थे चार आतंकी हमले

सेना की सोलह कोर के क्षेत्राधिकार जम्मू संभाग में नौ जून के बाद चार दिन में हुए चार आतंकी हमलों में नौ श्रद्धालुओं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के एक जवान समेत 12 लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा 50 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे। इन हमलों के बाद कठुआ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो पाकिस्तानी आतंकी भी मारे गए थे।

शाह ने दिए थे आतंकवाद को कुचलने के निर्देश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू-कश्मीर में आतंक को कुचलने, घुसपैठ को रोकने, अमरनाथ यात्रा पर आने वाले हर यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने, पुख्ता जानकारी जुटाकर जम्मू में सक्रिय हो रहे आतंकियों को मार गिराने के साथ सभी अहम स्थलों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के निर्देश दिए थे। इस बैठक में राष्ट्रीय युरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना व सुरक्षा बलों के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे।

जम्मू-कश्मीर में शुरू हो चुका एक्शन

केंद्रीय गृह मंत्री की बैठक में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के समूल नाश के लिए बनी रणनीति को जमीनी सतह पर प्रभावी बनाने की कार्रवाई हो रही है। जम्मू संभाग में इस समय बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों के तलाशी अभियान जारी हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोधी तंत्र को और मजबूत बनाया गया है। इसके साथ कठुआ जिला में अंतरराष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ कर आने वाले आतंकियों के पुराने रूट हीरानगर-बनी-बसोहली-डोडा के जंगलों में फिर से कई जगह सेना को तैनात किया गया है।


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