Bharat Jodo Yatra: जम्मू-कश्मीर से राहुल गांधी का केंद्र को निशाना, बेरोजगारी के मुद्दे को किया बुलंद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों जम्मू-कश्मीर में है। राहुल गांधी ने जम्मू के सतवारी चौक में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे हर प्रदेश में कुछ ना कुछ नया सीखने को मिला है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Mon, 23 Jan 2023 03:20 PM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता । कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों जम्मू-कश्मीर में है। राहुल गांधी ने जम्मू के सतवारी चौक में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे हर प्रदेश में कुछ ना कुछ नया सीखने को मिला है। गांधी ने कहा कि किसानों, महिलाओं और श्रमिकों ने मुझसे अपने दिल की बात की है। राहुल गांधी ने कहा कि देश की नीतियों पर बाज की जीएसटी और नोटबंदी से छोटे व्यापारियों को बहुत नुकसान हुआ है।
नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने को निकला हूं
उन्होंने फिर दोहराया कि मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने को निकला हूं, लाखों-करोड़ों लोगों ने मोहब्बत की दुकान खोली है। उन्होंने कहा कि लोगों ने बताया कि लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। यात्रा से पहले संसद में मुद्दे उठाने की कोशिश की लेकिन हमारी बात को सुना नहीं जाता था बल्कि माइक ऑफ कर दिया जाता था ।
कश्मीरी हिंदुओं के मुद्दे पर मनोज सिन्हा को बनाया निशाना
उन्होंने कहा कि टीवी चैनलों में बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे नहीं दिखाई जाते बल्कि आप दिनभर मोदी का चेहरा देखते हो, टीवी पर ऐश्वर्या राय को दिखाया जाता है, अक्षय कुमार को दिखाया जाता है। राहुल ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ अन्याय हो रहा है और सरकार न्याय नहीं कर पा रही है। मैं हैरान हुआ जब उन्होंने मुझे बताया कि आखिर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने कश्मीरी हिंदुओं के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि तुम्हें भीख नहीं मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीरी हिंदू भीख नहीं मांग रहे बल्कि अपना हक मांग रहे हैं। इस बात के लिए उपराज्यपाल को कश्मीरी हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए।अग्नीवीर को देश को कमजोर करने वाली योजना बताया
राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में बेरोजगारी की दर बहुत ज्यादा अधिक है। युवा डॉक्टर इंजीनियरिंग की डिग्री करते हैं लेकिन पढ़ाई करने के बाद उन्हें नौकरी नहीं मिलती है। पहले युवा सेना में भर्ती हो जाते थे लेकिन अब अग्निवीर योजना के कारण भी उनको नुकसान हुआ है। अग्निवीर योजना भारतीय सेना को कमजोर करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि कुछ सीखने के लिए सात-आठ साल का समय लगता है और सात-आठ साल में ही व्यक्ति किसी में विशेषज्ञ बनता है। पहले-पहले 15 साल की सेना की नौकरी के बाद जवान सेवानिवृत्त होते थे लेकिन अब तो 4 साल के बाद ही उन्हें घर भेज दिया जाता है। देश की आर्मी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
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