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Gharana Wetland Jammu: घराना वेटलैंड में पूरे साल दिखेगी पक्षियों की रौनक, वन विभाग कर रहा है नई प्लानिंग

वन्यजीव संरक्षण विभाग की तरफ से जम्मू के प्रसिद्ध घराना वेटलैंड में पक्षियों को रोनक बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में अच्छे वातावरण के लिए वेटलैंड की तकरीबन 400 कनाल भूमि का अधिग्रहण कर तारबंदी कराई गई थी।

By Jagran NewsEdited By: Gurpreet CheemaUpdated: Fri, 19 May 2023 08:32 AM (IST)
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घराना वेटलैंड में पक्षियों की रोनक बने रहे, इसके लिए खास प्रयास कर रहा है वन्यजीव संरक्षण विभाग।

जम्मू,जागरण संवाददाता। गर्मी बढ़ने के साथ ही जम्मू के सीमांत क्षेत्र में आने वाले प्रसिद्ध घराना वेटलैंड से प्रवासी पक्षी जा चुके हैं, लेकिन वन्यजीव संरक्षण विभाग यहां ऐसा वातावरण तैयार करने में लगा हुआ है कि सालभर पक्षियों की रौनक बनी रहे।

वेटलैंड में आवाजाही पर लगी रोक

इस दिशा में प्रयास शुरू हो गए हैं। इस बार गर्मियों के सीजन में भी ग्रामीण लोगों की वेटलैंड में आवाजाही पर तो पाबंदी है ही, इसी के साथ घास चराई के लिए भी माल मवेशियों के वेटलैंड क्षेत्र में ले जाने की रोक लगाई हुई है।

ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रामीण लोगों की चहलकदमी व माल मवेशियों के आने से स्थानीय बत्तखों में खलल पड़ सकता है। वहीं विभाग ने आस-पास के नदी नालों में विचरण करने वाली गुगरल व छोटी सिल्ही बत्तखों को आकर्षित करने के लिए वेटलैंड क्षेत्र में छोटे तालाब भी तैयार करवाए गए हैं। यहां पर आहार रूपी कुछ बूटियों को संरक्षित किया गया है।

वहीं वेटलैंड में इन बत्तखों के लिए दाने भी डाले जा रहे हैं। इसका असर दिखने लगा है और इन बत्तखों का रुझान वेटलैंड की ओर बना है। तकरीबन दो दर्जन गुगरल बत्तखें इन दिनों वेटलैंड पर विचरण कर रही हैं। वहीं, इन बत्तखों ने यहां पर अंडे भी दिए और इनके बच्चे भी तालाब में विचरण करते नजर आते हैं।

अब वन्यजीव संरक्षण विभाग पालतू बत्तखों को भी वेटलैंड के तालाब में छोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए पालतू बत्तखों के कुछ चूजे भी वेटलैंड पर मंगा लिए हैं और इनके कुछ और बड़ा होने का इंतजार किया जा रहा है। फिर इनको तालाब में छोड़ा जाएगा व इनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा।

पर्यटकों ने कहा वैटलैंड में अच्छे प्रयास हो रहे हैं

घराना वेटलैंड पर घूमने आई शीतल सिंह का कहना है कि वेटलैंड पर अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं, क्योंकि सर्दियां बीतने पर प्रवासी पक्षी चले जाते हैं। ऐसे में वेटलैंड सूना-सूना हो जाता है। लेकिन स्थानीय व पालतू बत्तखों की यहां पर अगर उपस्थिति बनी रहे तो पर्यटक लोग पूरे साल ही यहां पर आते रहेंगे। पक्षियों को बेहतर वातावरण देने के लिए हाल ही में वन्यजीव संरक्षण विभाग ने वेटलैंड की तकरीबन 400 कनाल भूमि का अधिग्रहण कर तारबंदी कराई थी।

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