Jammu Kashmir Election 2024: 'जिहादी एजेंडे को बढ़ावा दे रहा अब्दुल्ला परिवार', नेकां पर जमकर बरसे तरुण चुग
Jammu Kashmir Assembly Election 2024 भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी तरुण चुग ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पर जम्मू-कश्मीर में जिहादी एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने नेकां के चुनावी घोषणा पत्र में शंकराचार्य पहाड़ी का नाम बदलकर तख्त-ए-सुलेमान और हरि पर्वत का नाम बदलकर कोह-ए-मारन करने के वादे का हवाला दिया।
जागरण संवाददाता, जम्मू। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पर जम्मू-कश्मीर में जिहादी एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आम लोग चाहते हैं कि केंद्रशासित प्रदेश में शांति और समृद्धि लौटे, लेकिन अब्दुल्ला परिवार अलग ही एजेंडा चला रहा है।
'अब्दुल्ला परिवार की जिहादी मानसिकता का उदाहरण'
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के चुनाव प्रभारी चुग ने कहा कि अब्दुल्ला परिवार वास्तव में तीन पीढ़ियों से क्षेत्र में असुरक्षा और अनिश्चितता की भावना फैलाने के लिए जिहादी और सांप्रदायिक एजेंडे का पालन कर रहा है। चुग ने कहा कि नेकां के चुनावी घोषणा पत्र में शंकराचार्य पहाड़ी का नाम बदलकर तख्त-ए-सुलेमान और हरि पर्वत का नाम बदलकर कोह-ए-मारन करने का वादा किया गया है, जो अब्दुल्ला परिवार की जिहादी मानसिकता का एक स्पष्ट उदाहरण है। यह परिवार क्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को नष्ट करने पर तुला हुआ है।
अब्दुल्ला परिवार पर धरोहरों को नष्ट करने का लगाया आरोप
चुग ने कहा कि ललितादित्य के समय से दो दर्जन से अधिक ऐतिहासिक मंदिर बने हैं। घाटी ही नहीं बल्कि पूरे देश में लोग इनका सम्मान करते हैं, क्योंकि ये राष्ट्रीय धरोहर के प्रतीक हैं। चुग ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला के शासन के दौरान इन ऐतिहासिक स्थलों की रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। चुग ने अब्दुल्ला परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीमा पार अपने आकाओं के इशारे पर नाचते इस परिवार के लोग घाटी में ऐतिहासिक धरोहरों को नष्ट करने पर तुले हैं।
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चुग ने नेकां के घोषणा पत्र पर भी उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि विध्वंसक गतिविधियों के कारण हिरासत में लिए गए कैदियों को रिहा करने के अब्दुल्ला के वादे ने भी जिहादी एजेंडे का पालन करने के उनके इरादे को दर्शाया है। चुग ने कहा कि नेकां के घोषणा पत्र में सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) को निरस्त करने और राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के वादे के भाजपा सख्त खिलाफ है।
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