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Amarnath Yatra में बम निरोधक दस्ता रहेगा सक्रिय, ड्रोन से होगी निगरानी;यात्रियों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम

अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है जो 31 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी। यात्रा शुरू होने में 10 दिन ही शेष रह गए हैं। इसलिए यात्रा को सुरक्षित व सफल बनाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Wed, 21 Jun 2023 05:38 AM (IST)
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Amarnath Yatra में बम निरोधक दस्ता रहेगा सक्रिय, ड्रोन से होगी निगरानी; यात्रियों के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
जम्मू/श्रीनगर, जागरण टीम। हिंदुओं की आस्था की सबसे बड़ी अमरनाथ तीर्थयात्रा की सुरक्षा के लिए जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के चप्पे-चप्पे पर सीआरपीएफ के कमांडो नजर रखेंगे। इन कमांडो को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। त्वरित कार्रवाई दल (क्यूआरटी) भी मुस्तैद रहेंगे। यात्रा मार्ग पर बम निरोधक दस्ता भी दिन-रात सक्रिय रहेगा। पूरे यात्रा मार्ग पर चिह्नित स्थानों पर बम निरोधक दस्तों को तैनात किया जाएगा। जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास में मेटल डिटेक्टर और लगेज स्कैनर लगा दिए गए हैं।

360 डिग्री घूमने वाले कैमरे भी लगाए गए हैं और ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है। इस बीच, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने मंगलवार को पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने आइईडी और स्टिकी बम के खतरे से निपटने की तैयारी पर चर्चा। पुलिस मुख्यालय में हुई इस बैठक में पुलिस संगठन के विभिन्न विंगों के अधिकारियों के अलावा विशेष महानिदेशक सीआइडी आरआर स्वैन ने भाग लिया।

अमरनाथ यात्रा एक जुलाई से शुरू हो रही है जो 31 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न होगी। यात्रा शुरू होने में 10 दिन ही शेष रह गए हैं। इसलिए यात्रा को सुरक्षित व सफल बनाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को जम्मू से ऊधमपुर तक जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जम्मू के हरि निवास पैलेस से लेकर चिनैनी के प्रेम मंदिर तक सीआरपीएफ की 20 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। राजमार्ग का यह हिस्सा 82 किलोमीटर का है।

इस पूरे रास्ते पर सीआरपीएफ की क्यूआरटी के साथ ही विशेष तौर पर प्रशिक्षित कमांडो तैनात रहेंगे। यह कमांडो किसी भी आतंकी षड्यंत्र से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। यात्रा शुरू होने से पहले ही सीआरपीएफ ने राष्ट्रीय राजमार्ग को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीआरपीएफ की ऊधमपुर में तैनात 137वीं बटालियन राजमार्ग पर लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। सीआरपीएफ के त्वरित प्रतिक्रिया दल और त्वरित कार्रवाई दल राजमार्ग को हर तरह से सुरक्षित बनाने में जुटे है।

जम्मू से 30 जून को रवाना होगा पहला जत्था

जम्मू में भी अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास से 30 जून को पहला जत्था रवाना होना है। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यात्री निवास में सीआरपीएफ की सात बटालियन तैनात हैं। जम्मू पुलिस के जवान भी सुरक्षा में लगाए गए हैं।

अलग-अलग जोन में बांटा जाएगा यात्रा मार्ग को, पुलिस का बम निरोधक दस्ता व खोजी कुत्ते भी निपटेंगे खतरे से

अमरनाथ यात्रा के दौरान आइईडी और स्टिकी बम के खतरे से पुलिस का बम निरोधक दस्ता और खोजी कुत्ते निपटेंगे। दिलबाग ने कहा कि तीर्थयात्रा और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने यात्रा को आतंकी खतरे से बचाने के लिए पुलिस संगठन की विभिन्न इकाइयों से मानवश्रम को इस्तेमाल किए जाने पर जोर दिया। पूरे यात्रा मार्ग को अलग-अलग जोन में बांटा जाए। प्रत्येक जोन में आइईडी, स्टिकी बम व अन्य विस्फोटकों के खतरे से निपटने के लिए सभी आवश्यक साजो सामान से लैस बम निरोधक दस्तों को तैनात किया जाए। विस्फोटकों का पता लगाने में प्रशिक्षित श्वान दल भी चिह्नित स्थानों पर तैनात किया जाए।

विशेष सहायता दल तैनात

आधार शिविरों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर श्रद्धालुओं की मदद के लिए विशेष सहायता दल तैनात किए जाएं। सूचना तंत्र को पूरी तरह मजबूत बनाया जाए और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने में अत्याधुनिक सुरक्षा उपरकणों, सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन का भी पूरा इस्तेमाल किया जाए। तीर्थयात्रा पहली जुलाई से शुरू हो रही है जो 62 दिन तक जारी रहेगी। 31 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन संपन्न होगी।

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