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'एक-एक बूंद का हिसाब लेंगे', LG मनोज सिन्हा ने पाकिस्तान को चेताया, कहा- व्यर्थ नहीं जाने देंगे वीर जवानों का बलिदान

Jammu Kashmir News जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकियों द्वारा बहाए गए खून की प्रत्येक बूंद का हिसाब लिया जाएगा। हम अपने वीर जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सभी क्षमताओं का उपयोग किया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 26 Oct 2024 09:44 PM (IST)
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बीएसएफ के दीक्षा समारोह में उपराज्यपाल मुख्य अतिथि थे (जागरण फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि कश्मीर में आतंकियों द्वारा बहाए गए खून की प्रत्येक बूंद का हिसाब लिया जाएगा। हम अपने वीर जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। आतंकवाद को समाप्त करने के लिए सभी क्षमताओं का उपयोग किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा ही पड़ोसियों के साथ मैत्री और सौहार्दपूर्ण संबंधों पर जोर दिया है। दुर्भाग्यवश, हमारा पड़ोसी (पाकिस्तान) सदैव ही कश्मीर में शांति और खुशहाली की बहाली से परेशान रहा है।

गरीबी और भुखमरी से त्रस्त अपने नागरिकों की बेहतरी के लिए काम करने के बजाय पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकियों व अलगाववादियों को समर्थन देने नशीले पदार्थों की तस्करी के षड्यंत्र में लगा हुआ है।

'आतंक से निपटने के लिए किया रणनीति में बदलाव'

श्रीनगर के हुमहामा स्थित सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण शिविर में बल के 629 नवारक्षकों के दीक्षा समारोह में उपराज्यपाल मुख्य अतिथि थे।

अपने संबोधन में आतंकियों व उनके पारिस्थितिकी तंत्र के समूल नाश की संकल्पबद्धता को दोहराते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि उभरती नयी सुरक्षा चुनौतियों और फिर से सिर उठाते आतंक से निपटने के लिए सुरक्षाबलों ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है।

गांदरबल और बोटापथरी गुलमर्ग आतंकी हमलों की जितनी निंदा की जाए कम है। हमने यह संकल्प लिया है कि हमारे सुरक्षाबल खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे।

उपराज्यपाल ने कहा कि आतंक के समूल नाश और घुसपैठ को पूरी तरह समाप्त करने में बीएसएफ की भूमिका सबसे अहम है। बदलते सुरक्षा परिदृश्य में बीएसएफ को अपने दायरे का विस्तार करने और आतंक की चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस, सेना व अन्य केंद्रीय बल के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखने की आवश्यकता है।

तकनीकी क्षमताओं को उन्नत करने की जरूरत 

उपराज्यपाल ने कहा कि ड्रोन से न सिर्फ हथियार, बल्कि नशीले पदार्थों की तस्करी भी हो रही है। इस चुनौती से निपटने के लिए बीएसएफ समेत सभी सुरक्षाबल को तकनीकी क्षमताओं को उन्नत करने की जरूरत है।

नशा हमारी युवा पीढ़ी को खा रहा है। नशीले पदार्थों की बिक्री से अर्जित धन आतंक को बढ़ावा देने में लगाया जाता है। उन्होंने बीएसएफ को एनसीसी कैडेटों को प्रशिक्षित करने का सुझाव भी दिया ताकि उन्हें कल बीएसएफ में शामिल किया जा सके। 

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