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Vaishno Devi: जून 2022 तक 45.96 लाख श्रद्धालुओं ने की माता वैष्णो देवी की यात्रा, दिसंबर तक आंकड़ा एक करोड़ पार होने की उम्मीद

जून माह में प्रतिदिन 40000 से 45000 के बीच श्रद्धालुओं का आंकड़ा लगातार बना हुआ था परंतु जारी जुलाई माह में बरसात के मौसम के चलते तो दूसरी ओर अमरनाथ की यात्रा के चलते फिलहाल थोड़ी सी गिरावट मां वैष्णो देवी की यात्रा में आई है।

By Vikas AbrolEdited By: Updated: Tue, 05 Jul 2022 03:48 PM (IST)
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श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ लगातार मां वैष्णो देवी यात्रा कर रहे हैं।
कटड़ा, राकेश शर्मा। बीते 2 वर्ष कोरोना महामारी के उपरांत जारी वर्ष में मां वैष्णो देवी की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह पूरी तरह से बना हुआ है। हालांकि एक बार फिर देश में कोरोना के मामले बढ़ना शुरू हो गए हैं परंतु इससे बेपरवाह श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ लगातार मां वैष्णो देवी यात्रा कर रहे हैं।

मां वैष्णो देवी की यात्रा को लेकर फिलहाल किसी भी तरह के प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं परंतु बावजूद इसके श्रद्धालु अपने साथ मास्क रखकर व विशेष शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए लगातार अपनी मां वैष्णो देवी यात्रा कर रहे हैं। बीते वर्ष यानी कि 2021 में पहले छह माह यानी की जून माह तक 18,88,188 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी तो वहीं जारी वर्ष के पहले 6 माह यानी कि जून माह तक कुल 45,96,453 श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगा चुके हैं और प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है।

जून माह में प्रतिदिन 40000 से 45000 के बीच श्रद्धालुओं का आंकड़ा लगातार बना हुआ था परंतु जारी जुलाई माह में बरसात के मौसम के चलते तो दूसरी ओर अमरनाथ की यात्रा के चलते फिलहाल थोड़ी सी गिरावट मां वैष्णो देवी की यात्रा में आई है। प्रतिदिन वर्तमान में 28000 से 33000 हजार के मध्य रोजाना श्रद्धालु आधार शिविर कटड़ा पहुंचकर अपनी मां वैष्णो देवी की यात्रा कर रहे हैं।

जारी बरसात के मौसम उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है लेकिन बीच-बीच में बारिश से मौसम सुहाना हो जाता है। बारिश के कारण कईं बार हेलीकॉप्टर सेवा के साथ ही महत्वपूर्ण बैटरी कार मार्ग पर पत्थर गिरने से यात्रा को कुछ घंटों के लिए आंशिक रूप से बंद भी करना पड़ा। बीते सप्ताह भर से बड़ी कम संख्या में कटड़ा से चलने वाले हेलीकॉप्टर सेवा श्रद्धालुओं को उपलब्ध हुई जिसकी मुख्य वजह आसमान के साथ ही मां वैष्णो देवी के त्रिकूट पर्वत पर घने बादलों का जमघट रहना है और यही हालात मंगलवार को भी दिनभर बने रहे और हेलीकॉप्टर सेवा का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को मजबूरन पैदल या फिर घोड़ा, पिट्ठू अथवा पालकी आदि कर अपनी मां वैष्णो देवी यात्रा करनी पड़ी। मां वैष्णो देवी भवन पर चलने वाली बैटरी कार सेवा के साथ ही मां वैष्णो देवी भवन तथा भैरव घाटी के मध्य चलने वाली रोपवे यानी कि पैसेंजर केबल कार सेवा श्रद्धालुओं को लगातार उपलब्ध रही और श्रद्धालुओं ने इन सेवाओं का अपनी मां वैष्णो देवी यात्रा के दौरान लाभ उठाया। बीते 4 जून यानी कि सोमवार को करीब 28000 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी तो वहीं 5 जून यानी कि मंगलवार बाद दोपहर 3:00 बजे तक करीब 19000 श्रद्धालु मां वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना हो चुके थे और श्रद्धालुओं का लगातार आना जारी था।

जारी वर्ष 2022 का यात्रा का आंकड़ा

जारी वर्ष के पहले महीने यानी कि जनवरी माह में कुल 438521 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी तो वहीं फरवरी माह में कुल 361074 श्रद्धालु मां के दरबार पहुंचे। इसी तरह मार्च माह में कुल 778669 श्रद्धालु मां के दरबार पहुंचे तो वहीं अप्रैल माह में 902192 श्रद्धालु मां के दरबार आए। इसी तरह मई माह में कुल 986766 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई तो वहीं जून माह में कुल 11292311 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाकर परिवार की सुख-शांति की कामना की। इसी तरह जारी वर्ष के पहले 6 माह में यानी कि जून माह तक कुल 4596453 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी की यात्रा की तो वहीं बीते वर्ष यानी कि 2021 में पहले 6 माह में कुल 1888188 श्रद्धालु मां के दरबार आए।

इसी तरह बीते वर्ष के मुकाबले जारी वर्ष के पहले 6 माह में 2708265 अधिक संख्या में श्रद्धालु मां के दरबार पहुंचे। बीते वर्ष कम संख्या में आने की श्रद्धालुओं की मुख्य वजह मई माह में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का होना था जिसके कारण एक बार फिर लॉकडाउन जैसी स्थिति आ गई थी और बड़ी कम संख्या में श्रद्धालु मां के दरबार पहुंचे थे। परंतु जैसे-जैसे कोरोना महामारी को लेकर देशभर के लोग कोविड-19 की डोज़ लगाने लगे वैसे वैसे श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होना शुरू हो गई और जारी वर्ष में दिन प्रतिदिन माह दर माह श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती गई और एक बार फिर बीते करीब 2 साल के उपरांत विश्व प्रसिद्ध मां वैष्णो देवी का भवन यहां तक कि आधार शिविर कटड़ा पूरी तरह से श्रद्धालुओं से गुलजार हो गया जिससे नगर के व्यापारी वर्ग यहां ताकि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी राहत की सांस ली।

हालांकि यूं तो कोरोना महामारी को लेकर आधार शिविर कटड़ा में किसी भी तरह की पाबंदी नहीं है परंतु मां वैष्णो देवी भवन पर मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन करते समय गुफा में प्रवेश करते ही प्रत्येक श्रद्धालु के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है और बिना मास्क के किसी को भी मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन करने की इजाजत नहीं है जिसका प्रत्येक श्रद्धालु पालन कर रहा है और निरंतर मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन कर परिवार की सुख शांति की कामना लगातार श्रद्धालु कर रहे हैं।

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