Jammu: आज से पीरखोह से महामाया मंदिर तक केबल कार से करें सफर, उपराज्यपाल करेंगे परियोजना का उद्घाटन
पहले चरण में केबल कार पीरखोह से महामाया मंदिर के बीच 1137 मीटर का एरियल सफर को तय करेगी। इसमें 14 केबिन होंगे। दूसरे चरण में महामाया मंदिर से बाहु फोर्ट तक केबल कार 474 मीटर का एरियल सफर तय करेगी। इसमें आठ केबिन लगे हैं।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Fri, 16 Jul 2021 08:21 AM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददता: पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टि से महत्वपूर्ण केबल कार परियोजना के पहले चरण का शुक्रवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उद्घाटन करेंगे। दूसरे चरण का उद्घाटन पिछले साल ही हो चुका है। कोरोना महामारी की वजह से पीरखोह से महामाया मंदिर तक केबल कार अब तक नहीं शुरू नहीं पाई। शुक्रवार को उद्घाटन के बाद पीरखोह से महामाया और महामाया से बाहुफोर्ट के दोनों फेज पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि स्थानीय पर्यटकों को लुभाने के लिए यह केबल कार परियोजना काफी सार्थक रहेगी। केबल कार जब तवी नदी के ऊपर से गुजरेगी तो यह नजारा देखने लायक होगा। इसके एक तरफ बाहु फोर्ट किला और दूसरी ओर तवी किनारे बसे पुराने जम्मू शहर का नजारा लोगों को आकर्षित करेगा।
पहले चरण में केबल कार पीरखोह से महामाया मंदिर के बीच 1,137 मीटर का एरियल सफर को तय करेगी। इसमें 14 केबिन होंगे। दूसरे चरण में महामाया मंदिर से बाहु फोर्ट तक केबल कार 474 मीटर का एरियल सफर तय करेगी। इसमें आठ केबिन लगे हैं। केबल कार से प्रति घंटा 400 लोगों को पीरखोह से बाहु फोर्ट तक पहुंचाया जा सकेगा। यहां पर्यटकों के 122 वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग बनाई गई है। बाहुफोर्ट में एक विश्व स्तरीय यूरोपियन स्टाइल के रेस्तरां का अभी उद्घाटन होना बाकी है।
दुर्घटना के बाद तीन साल तक लटका रहा उद्घाटन: परियोजना के शुरू होने से स्थानीय लोगों का इंतजार अब खत्म हो चुका है। 20 जनवरी वर्ष 2021 को मॉक ड्रिल के दौरान मजदूरों से लदी एक ट्राली की राड टूट गई थी, जिसमें दो श्रमिकों की मौत हो गई थी, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद मामले की जांच के चलते परियोजना निर्धारित समय पर शुरू नहीं हो पाई। यहां आने वाले सैलानियों के लिए शेल्टर वाले बेंच लगाए गए हैं। हैंगिंग वाले गमले लगाते हुए इलाके की खूबसूरती बढ़ाई जा गई है। इसके अलावा रास्तों को भी सजाया गया है, जिससे पर्यटक अच्छा संदेश लेकर लौटें।
वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने रखा था नींव पत्थर: वर्ष 2002 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू वासियों को पीरखोह से महामाया व महामाया से बाहुफोर्ट तक केबल कार चलाने का सपना दिखाया था। कई अड़चनों को पार कर करीब एक दशक बाद राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के 24 फरवरी 2014 को इसका नींव पत्थर रखा। केबल कार कारपोरेशन ने कोलकाता की दामोदर रोप-वे एंड इंफ्रा लिमिटेड कंपनी को टेंडर अलाट किया, जिसने अनंतनाग की फैच कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्माण का जिम्मा सौंपा। केबल कार के केबिन तुर्की की कंपनी एसटीएम टेलीफेरिक कंपनी ने तैयार किया है। इस परियोजना से करीब 100 लोगों को रोजगार मिलेगा।
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