Jammu Kashmir: मुख्य सचिव मेहता के निर्देश- जिला विकास की सभी परियोजनाएं निर्धारित समय पर पूरी की जाएं
खेल के मैदान बन जाने से युवाओं की शक्ति का सही संचालन हो पाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि हर पंचायत में खेल का मैदान विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है। सप्ताह के भीतर शेष बीच पंचायतों में जगहों की पहचान का काम पूरा हो जाएगा।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Wed, 22 Sep 2021 09:10 AM (IST)
जम्मू, राज्य ब्यूरो : मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने जिला प्रशासन के साथ बैठक कर जिला विकास योजनाओं और अन्य सरकारी योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने कहा कि टेंडर निकालने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। यह सुनिश्चित बनाया जाए कि परियोजनाओं का कार्य निर्धारित समय पर पूरा हो।
उन्होंने कुछ जिलों में निर्माण कार्यों की धीमी गति पर चिंता जताते हुए जम्मू व कश्मीर के डिवीजनल कमिश्नर से कहा कि वे साप्ताहिक बैठकें कर परियोजनाओं की समीक्षा करें। संबंधित जिला स्टैस्टिक्ल व मूल्यांकन अधिकारियों से सौ फीसद फिजिकल जांच करवाएं। हर पंचायत में खेल का मैदान बनाने की प्रगति पर मुख्य सचिव को बताया गया कि अधिकतर खेल के मैदानों के लिए जगहों की पहचान कर ली गई है और 3525 पंचायतों में जियो टैंगिंग कर दी गई है।खेल के मैदान बन जाने से युवाओं की शक्ति का सही संचालन हो पाएगा। मुख्य सचिव ने कहा कि हर पंचायत में खेल का मैदान विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है। सप्ताह के भीतर शेष बीच पंचायतों में जगहों की पहचान का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि वे स्थापित किए गए यूथ क्लबों के कामकाज की समीक्षा करें।
जम्मू कश्मीर में रोजगार के लिए स्वयं रोजगार की योजनाओं को अहम बताते हुए उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय बैंकों की बैठक में डिप्टी कमिश्नर हर महीने समीक्षा करें ताकि यह सुनिश्चित बनाया जा सके कि योजनाओं का लाभ युवाओं को मिल सके। मुख्य सचिव ने जल जीवन मिशन के तहत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पीने का पानी पहुंचाया जाए।बाल आश्रय गृहों का निरीक्षण : बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन जम्मू की संयुक्त टीम ने मंगलवार को दो आश्रय गृहों का औचक निरीक्षण कर वहां पर रहने वाले बच्चों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। इन आश्रम गृहों में लड़कियों के लिए सीमा रहित घर और एसओएस चिल्ड्रेन विलेज गोल गुजराल शामिल है। दोनों टीमों ने वहां पर रह रहे बच्चों के समग्र विकास के लिए किए गए प्रबंधों के बारे में भी जानकारी ली।
टीम ने बच्चों से मुलाकात की और उनके साथ उनकी पढ़ाई और दैनिक दिनचर्या के बारे में बात की। बच्चों से यह भी पूछा गया कि कोरोना के इस दौर में वे पढ़ाई और अपनी दिनचर्या का कैसे सामना करते हैं। टीम ने घरों के अधीक्षक को अपनी आवश्यकताओं के बारे में भी बताने को कहा। टीम में बाल कल्याण समिति की सदस्य डा. शीतल मन्हास, कोआर्डिनेटर रोहित खजूरिय, जम्मू की कोआर्डिनेटर पिंकी जैन और गुरमीत कौर शामिल थीं।
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