जम्मू कश्मीर में बारिश जानलेवा साबित हो रही है। जम्मू के अरनिया में एक व्यक्ति और बठिंडी में एक रोहिंग्या बालक पानी के तेज बहाव में बह गया। वहीं मेंढर तहसील के गुरसाई में नदी में बहने से एक महिला की मौत हो गई। मौसम खराब होने की वजह से वैष्णो देवी के लिए हेलीकाप्टर सेवा चार दिन से बंद है।
जागरण टीम, जम्मू/श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। पूरे प्रदेश में झमाझम वर्षा हुई। शुक्रवार शाम को शुरू हुई वर्षा का सिलसिला रुक-रुक कर शनिवार की सुबह तक जारी रही। इससे कई नदी-नाले का जलस्तर बढ़ गया। कई जगहों पर जोरदार वर्षा के कारण काफी नुकसान भी हुआ है।
जम्मू संभाग में महिला सहित एक बालक समेत तीन लोग नदी और नाले में बह गए। महिला के शव को देर शाम बरामद कर लिया गया। कई जगहों पर दीवार ढह गई। कुछ पहाड़ी क्षेत्रों की सड़कों पर यातायात ठप हो गई। बिजली ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है।
7 से 13 जुलाई तक सक्रिय रहेगा मानसून
रविवार को भी जम्मू कश्मीर के कुछ इलाकों में सामान्य तो कुछ जगहों पर अच्छी वर्षा का पूर्वानुमान है। 7 से 13 जुलाई तक मानसून सक्रिय रहेगा। उसके बाद इसका प्रभाव कुछ कम होगा।जम्मू संभाग में जोरदार वर्षा के कारण नदी-नाले का जलस्तर काफी बढ़ गया। अरनिया के एक गांव में एक व्यक्ति नाले में बह गया। एसडीआरएफ के जवान उसकी तलाश में जुटे हैं। देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल सका।
पानी के तेज बहाव में बह गए लोग
वहीं जम्मू शहर के बठिंडी में झुग्गी में रहने वाले एक रोहिंग्या परिवार का बालक पानी के तेज बहाव में बह गया। परिवार एक खाली प्लाट में रह रहा था। पहाड़ी से पानी अचानक तेज बहाव में वह बह गया।अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है। दूसरी ओर पुंछ जिले की मेंढर तहसील के गुरसाई क्षेत्र में नदी के तेज बहाव में एक महिला बह गई। देर शाम को उसका शव बरामद हुआ।
भारी बारिश के कारण सचिवालय की दीवार गिरी
भारी वर्षा के कारण जम्मू में सचिवालय के पिछले हिस्से की एक दीवार गिर गई। जबकि कठुआ जिले के पहाड़ी क्षेत्र बसोहली में कई सड़कें बंद हो गई हैं। कुछ जगहों पर बीते कुछ दिनों से भूस्खलन के कारण मार्ग बंद है। ऊधमपुर में भारी वर्षा के कारण देविका नदी उफना गई।शुक्रवार रात को देविका नदी में आई बाढ़ के बाद शनिवार तड़के ऊधमपुर जिले की कोटली बाला पंचायत के अंसू गांव में एक कच्चे मकान की दीवार ढह जाने से एक बच्चा सहित तीन लोग घायल हो गए।
इस बीच राहत यह है कि जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर यातायात अभी बहाल है। लेकिन जम्मू-पुंछ हाईवे पर सूरनकोट में भूस्खलन होने के कारण दो घंटे तक यातायात ठप रहा।
मौसम में बदलाव से लुढ़का पारा
इस बीच मौसम में आए बदलाव से कश्मीर में पड़ रही झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिली। 24 घंटे में श्रीनगर के तापमान में छह डिग्री की गिरावट आई है। बीते कुछ दिन से घाटी का तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा था। उमस भरी झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही थी।
शुक्रवार शाम से शनिवार की सुबह तक हुई अच्छी वर्षा से बड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मुख्तार ने कहा कि छह जुलाई तक कश्मीर घाटी में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय था।उसके बाद मानसून ने अपना रंग दिखाया, जिससे अच्छी वर्षा हुई। गुलमर्ग समेत उच्च पवर्तीय इलाकों में शनिवार तड़के भी बारिश हुई। 8 से 10 जुलाई के बीच उमस भरी गर्मी पड़ सकती है।
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अमरनाथ यात्रा मार्ग पर भी बारिश का पड़ा असर
बाबा अमरनाथ गुफा के साथ-साथ बालटाल व पहलगाम यात्रा मार्गों पर भी वर्षा हुई, जिसके चलते दोनों मार्गों से यात्रा को तत्काल स्थगित किया गया। दूसरी ओर वैष्णो देवी के लिए हेलीकाप्टर सेवा चौथे दिन भी बंद रही। बैटरी कार मार्ग 12 घंटे बाद बहाल हो हुआ।पत्थर गिरने के कारण इस मार्ग को बंद किया गया था। शनिवार को श्रीनगर समेत घाटी के अधिकांश इलाकों में वर्षा नहीं हुई। बादल छाए रहे।
शनिवार को श्रीनगर का अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री दर्ज किया गया। वीरवार को यहां का तापमान 35.7 डिग्री था। वहीं जम्मू का अधिकतम तापमान 30.9 डिग्री, पहलगाम का 24.1 डिग्री और लेह 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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