Kishtwar News: इलाके में लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से आमजन परेशान, किसानों ने ली राहत की सांस
रविवार को शुरू हुई बर्फबारी और बारिश सोमवार को भी लोगों को परेशान करती रही। वहीं किसानों के लिए ये बारिश किसी तोहफे से कम नहीं है। इसको लेकर किसानों में खुशी की लहर है। पहाड़ों पर तेज बर्फबारी होने की खबरे आ रही हैं। किश्तवाड़ अनंतनाग सड़क पिछले कई दिनों से पहले से ही संथंन टॉप में बर्फबारी की वजह से बंद है।
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़। शहर और उसके आसपास के इलाकों में रविवार को शुरू हुई बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी ने फिर से इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है। इससे मानसून में ठंड का प्रकोप और भी बढ़ गया है। रविवार सुबह के समय शहर के अंदर बारिश शुरू हुई। बारिश व पहाड़ों पर बर्फबारी सोमवार को भी पूरा दिन जारी रही।
संथंन टॉप में बर्फबारी की वजह से बंद
संथंन टॉप, वाडवन, माडवा, मचेल और आसपास के पहाड़ों पर तेज बर्फबारी होने की खबरें आ रही हैं। हालांकि इस बारिश या बर्फबारी के चलते कहीं से भी किसी नुकसान या किसी सड़क के बंद होने की खबर नहीं है। किश्तवाड़ अनंतनाग सड़क पिछले कई दिनों से पहले से ही संथंन टॉप में बर्फबारी की वजह से बंद है। हालांकि उसे खोलने का काम चल रहा था लेकिन रविवार से शुरू हुई बर्फबारी ने सड़क खोलने के काम में फिर रुकावट खड़ी कर दी है और अब बर्फ इतनी ज्यादा हो चुकी है कि सड़क खोलने में कई दिन लग सकते हैं।
किसानों में आई खुशी की लहर
क्षेत्र में बारिश होने पर किसान तो खुश है, लेकिन लोगों को ठंड का भी एहसास हो गया है। एक बार फिर से 3 से 4 दिन तक वर्षा होने पर किसने की फसलों की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद है। किसान नेता ओम प्रकाश शर्मा ने बताया जिन किसानों ने अपने खेतों में गेहूं की फसल की पैदावार लगाई है बारिश से उनकी फसल की पैदावार बेहतर होगी। गेहूं की फसल को समय-समय पर पानी की आवश्यकता होती है।ये भी पढ़ें: J&K: लोकसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में... सुरक्षाबलों को भी प्रशिक्षण, मीडियाकर्मियों के लिए जिला स्तर पर कार्यशालाओं का किया आयोजन
गेहूं की फसल में मिली राहत
अगर समय पर बारिश ना होती तो गेहूं की फसल पीली पड़ने के बाद सूख जाती है, जिससे किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ता है। पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में वर्षा हो रही है, जिसके बाद ठंड का भी एहसास हुआ है। स्कूलों में विद्यार्थी गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं और जो लोग घरों से बाहर कामकाज के लिए जाते हैं उन्हें भी सुबह-सुबह घरों से बाहर निकलने में काफी दिक्कतें हुई। वर्षा से एक बार फिर सर्दी और अधिक बढ़ गई है, जिससे लोगों को एक बार फिर से ठंड का एहसास होने लगा है।वहीं, वर्षा के कारण शिवखोड़ी में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आ गई है। पिछले तीन दिनों में मात्र 10000 श्रद्धालु ही भोले बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं। मौसम साफ रहने पर 6 से 7 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन भोले बाबा के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।ये भी पढ़ें: Vaishno Devi: खराब मौसम भी नहीं रोक पाया श्रद्धालुओं की रफ्तार, बैटरी कार मार्ग बंद; हेलीकॉप्टर-केबल कार सेवा भी प्रभावित
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।