चुनाव में हार का ठीकरा अब प्रशासन पर फोड़ रहे कांग्रेसी, कार्यकर्ताओं ने कहा- हाईकमान का नहीं मिला साथ
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों का पता लगाने के लिए कांग्रेस की एक कमेटी जम्मू संभाग के दौरे पर है। कमेटी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी राय और सवाल-जवाब ले रही है। कुछ नेता और कार्यकर्ता पार्टी की कमजोर संगठनात्मक गतिविधियों को हार का कारण बता रहे हैं जबकि टिकट पाने वाले नेता प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में अपनी हार का कारण पता लगाने के लिए कांग्रेस की एक कमेटी जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों में जा रही है। इस दौरान पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से बातचीत कर उनसे राय, सवाल-जवाब लिए जा रहे हैं। नेता और कार्यकर्ता पार्टी की कमजोर संगठनात्मक गतिविधियां बता रहे हैं, पर जिन्हें कांग्रेस ने टिकट दिया, वह अपनी हार का ठीकरा प्रशासन पर फोड़ रहे हैं।
प्रशासन पर पक्षपात करने का आरोप
आरोप लगाए जा रहे हैं कि चुनाव के दौरान प्रशासन का रवैया पक्षपातपूर्ण रहा है, जिससे पार्टी को अधिक नुकसान हुआ। पार्टी के वरिष्ठ उपप्रधान रविंद्र शर्मा के नेतृत्व में कमेटी ने सोमवार को विजयपुर, कठुआ व सांबा का दौरा किया।हार के तथ्यों का पता लगाने वाली कमेटी के चेयरमैन रविंद्र शर्मा के बैठकें कर नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर विस्तार से बातचीत की। वह उन नेताओं से भी मिले, जिन्हें पार्टी ने टिकट दिए थे। टीम के सदस्यों में वेद महाजन, जहांगीर मीर, नरेश गुप्ता, दीनानाथ शामिल थे।
'प्रचार में हाईकमान का साथ नहीं मिला'
पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कहा कि जमीनी सतह पर मजबूती के लिए सक्रिय होकर काम करने की जरूरत है। बैठकों में पंकज डोगरा, चौधरी लाल सिंह, मनोहर लाल, काजल राजपूत, राकेश चौधरी, यशपाल कुंडल, संजीव शर्मा, सुभाष गुप्ता और अन्य शामिल थे।कमेटी को पार्टी के प्रत्याशी रहे नेताओं ने बताया कि चुनाव के दौरान स्थानीय प्रशासन का रवैया पक्षपात वाला रहा है। मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल शराब, राशन व पैसे की आवाजाही को रोका नहीं गया। उम्मीदवारों ने प्रचार में हाईकमान से पर्याप्त साथ न मिलने, प्रचार के लिए धनराशि की कमी जैसे मुद्दों को भी उठाया।
कार्यकर्ताओं ने पार्टी की खामियों को सामने रखा
वहीं, पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराने के बजाए पार्टी की खामियों को सामने रखा। जमीनी सतह पर पार्टी के कमजोर आधार, संगठनात्मक गतिविधियों की कमी, भाजपा के दुष्प्रचार का जवाब देने वाले नेताओं की कमी, उम्मीदवारों का अपने ही विधानसभा क्षेत्रों तक सीमित होकर काम करना, तालमेल की कमी, प्रचार के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की कमी आदि कारण बताए गए।
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।हार चिंता का विषय- रविंद्र शर्मा
कमेटी के चेयरमैन रविंद्र शर्मा ने कहा कि हम हार के कारणों का पता लगाने के साथ पार्टी की मजबूती के लिए सुझाव भी ले रहे हैं। हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। हमारी कोशिश यह है कि पार्टी को मजबूत किया जाए। बेरोजगारी, महंगाई, टैक्स के बोझ जैसे अहम मुद्दे होने के बावजूद पार्टी की हार चिंता का विषय है।जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया उनके लिए भी दरवाजे खुले- कर्रा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने सोमवार को कहा कि मेरे दरवाजे उन लोगों के लिए भी खुले हैं, जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया। अपने विधानसभा क्षेत्र सेंट्रल शाल्टेंग का दौरे पर पहुंचे कर्रा ने कहा कि मैं यहां पर हर एक के लिए हूं, उन लोगों के लिए भी जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया, मेरे दरवाजे सभी के लिए हमेशा खुले हैं। श्रीनगर के शेलटैंग में लोगों का आभार जताते तारिक हमीद कर्रा तारिक हमीद कर्रा ने विधानसभा क्षेत्र के कोकरहामा, मीरगुंड, रमबीलगढ़, पैंजनिरा, मुजहगुंड, ख्वाजा बाग, मलूरा और आसपास के क्षेत्र के सभी लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वह लोगों के साथ हमेशा संपर्क में रहेंगे और लोगों की लंबित पड़ी मांगों को पूरा करने और मसलों के समाधान के लिए तत्पर होंगे। उन्होंने कहा कि यह पारंपरिक व्यवस्था रही है, जब कोई विधानसभा क्षेत्र या संसदीय चुनाव जीतता है तो वह अपने लोगों के बीच पहुंचता है। उन्होंने कहा कि मैं लगातार यहां आता रहूंगा और निष्ठा के साथ काम करूंगा। मैं उन लोगों का भी विधायक हूं, जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया। क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़कों, अस्पताल, कृषि, बागवानी, शिक्षा, ढांचागत सुविधाओं और समाज कल्याण से संबंधित मुद्दों को उठाया। यह भी पढ़ें- Terror Attack: सेना की एंबुलेंस पर फायरिंग करने वाले 3 आतंकी ढेर, मंदिर में बच्चों को भी बनाया था बंधक