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कांग्रेस के संयुक्त सचिव मनोज यादव जम्मू पहुंचे, महंगाई और बेरोजगारी मुद्दे पर भाजपा को घेरा

मनोज यादव ने कहा कि युवा ही भारत की शक्ति है और कांग्रेस की नर्सरी है जो भविष्य में देश का नेतृत्व कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सक्रिय बनाने में युवा अहम भूमिका निभा सकते हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने युवा नेताओं पर जिम्मेदारी सौंपी हैं।

By satnam singhEdited By: Lokesh Chandra MishraUpdated: Sat, 05 Nov 2022 07:24 PM (IST)
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मनोज यादव ने कहा कि पिछले साल से लोगों के अच्छे दिन नहीं आए हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव और पार्टी के जम्मू कश्मीर के सह प्रभारी मनोज यादव पार्टी की गतिविधियों को तेजी देने के लिए जम्मू पहुंचे। उन्होंने शुक्रवार को चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़, रामबन में रैलियों को संबोधित किया। यादव ने कहा कि पिछले साल से लोगों के अच्छे दिन नहीं आए हैं। भाजपा ने लोगों को गुमराह किया। किसानों की आय दुगनी नहीं हुई है। देश में महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। आम लोगों की कमर टूट चुकी है और वे परेशान हैं।

उन्होंने कहा कि युवा ही भारत की शक्ति है और कांग्रेस की नर्सरी है जो भविष्य में देश का नेतृत्व कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को ज्यादा सक्रिय बनाने में युवा अहम भूमिका निभा सकते हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने युवा नेताओं पर जिम्मेदारी सौंपी हैं। राहुल गांधी इस समय युवाओं को सक्रिय कर रहे हैं और भारत जोड़ो यात्रा चल रही है। उन्होंने युवाओं ने कहा कि पार्टी को मजबूत करें उनकी पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों को लोकप्रिय बनाया जाए। केंद्र की भाजपा सरकार पर बरसते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के प्रधान विकार रसूल ने कहा कि शांति, खुशहाली के दिन लाने वायदे पूरे नहीं हुए हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का का राज्य का दर्जा बहाल करवाने के लिए अपना संघर्ष जारी रहेगी। लोगों को सतर्क रहकर भाजपा की फूट डालने की नीतियों को नाकाम बनाना चाहिए। कांग्रेस अपने हितों के लिए नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए संघर्ष कर रही है। जो अधिकार हमारे 5 अगस्त 2019 को छीने गए थे। हमें अपना लक्ष्य हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जमीनी सतह पर कार्य करके आगे बड़ रही हैं। मोदी सरकार लोगों के साथ किए गए वादों को पूरा करने में नाकाम रही है। यह कहा गया था कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद रोजगार के अवसर मिलेंगे लेकिन बेरोजगारी निरंतर बढ़ती जा रही है।