खस्ताहाल प्रदर्शन से हताश कांग्रेस में सिर फुटव्वल, नेताओं ने विकार रसूल वानी पर लगाए गंभीर आरोप
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में घमासान मचा हुआ है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विकार रसूल वानी पर पार्टी हाईकमान के खिलाफ काम करने के आरोप लगे हैं। कुछ नेताओं ने तो उन्हें पार्टी से बाहर करने की मांग तक कर दी है। बता दें कि विकार रसूल वानी रामबन की बनिहाल सीट से चुनाव लड़ थे।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुंह के बल क्या गिरी, पार्टी नेताओं में सिर-फुटौव्वल शुरू हो गया। इस बार निशाने पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विकार रसूल वानी हैं। पार्टी बैठक में कुछ नेताओं ने उन पर पार्टी में अस्थिरता पैदा करने और पार्टी हाईकमान के खिलाफ काम करने के आरोप लगाए।
कुछ नेताओं ने तो उन्हें पार्टी से बाहर करने के आरोप तक जड़ दिए। उधर विकार रसूल ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि वह डेंगू से पीड़ित हैं और काफी दिन तक अस्पताल में रहे। ऐसे में इन आरोपों पर कुछ नहीं कह सकते।
इन नेताओं को निकालने की मांग की थी
पिछले दिनों से श्रीनगर जिला इकाई ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी मोंगा और मोहम्मद अनवर भट्ट को भी पार्टी से निकालने की मांग की थी। अनवर पांचवीं बार चुनाव हारे हैं तो मोंगा को बारामूला सीट पर पर सिर्फ चार सौ वोट ही मिले। चुनाव के बाद इन नेताओं ने पार्टी नेताओं पर साथ न देने के आरोप भी लगाए थे।विकार रसूल ने उमर अब्दुल्ला पर भी लगाए थे आरोप
विकार रसूल ने रामबन की बनिहाल सीट से चुनाव लड़ा था। गठबंधन के बावजूद इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपना प्रत्याशी उतारा और जीत भी दर्ज करने में सफल रही। प्रचार के दौरान उन्होंने उमर अब्दुल्ला और नेकां नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे।प्रदेश कांग्रेस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विकार पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस से संबंधित पार्टी आलाकमान के फैसलों पर सवाल उठा रहे हैं और पार्टी नेताओं को हाईकमान के खिलाफ भड़का रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।मुझे डेंगू हुआ है और मैं काफी दिन तक अस्पताल में रहा। अभी भी घर पर आराम कर रहा हूं। पता नहीं कौन ऐसी खबरें फैला रहा है।
-विकार रसूल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस ने 37 सीटों पर लड़ा था चुनाव
बता दें कि विकार रसूल कांग्रेस वर्किंग कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं। चुनाव से ठीक पहले उनके खिलाफ पार्टी नेताओं के बगावत वाले सुर देखते हुए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी लचर रहा और जम्मू संभाग में केवल एक सीट ही जीत पाई। हालांकि नेकां से गठबंधन के कारण पार्टी कश्मीर में पांच सीटें जीतने में सफल रही। बता दें कि कांग्रेस ने प्रदेश की 90 में से 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से पांच सीटों पर नेकां व कांग्रेस दोनों ने प्रत्याशी उतारे थे।यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़, हैंड ग्रेनेड और पाकिस्तानी सामान बरामद; सर्च अभियान जारीमोंगा पर पार्टी में संघर्ष पैदा करने का आरोप
सूत्रों के अनुसार नेताओं ने पार्टी में “अनुशासनहीनता पैदा करने” के लिए मोंगा पर भी निशाना साधा है। पार्टी बैठक में कहा गया कि उनका कोई जनाधार नहीं है। सूत्रों के अनुसार कहा जा रहा है कि मोंगा को अपने स्वार्थों के लिए पार्टी में संघर्ष पैदा करने और पार्टी को नुकसान पहुंचाने की आदत है। वह हार का ठीकरा भी दूसरों पर फोड़ने की कोशिश करते हैं। यह भी पढ़ें- 'एक-एक बूंद का हिसाब लेंगे', LG मनोज सिन्हा ने पाकिस्तान को चेताया, कहा- व्यर्थ नहीं जाने देंगे वीर जवानों का बलिदान