धीमी गति से चल रहा है जम्मू में Tawi River Front का निर्माण कार्य, जून तक पूरा होना कड़ी चुनौती
तवी रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 12 फरवरी 2022 को किया था। इसका काम 18 महीने यानी जून 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 194.7 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
By anchal singhEdited By: Vikas AbrolUpdated: Wed, 12 Oct 2022 11:11 AM (IST)
जम्मू, जागरण संवाददाता : गुजरात के साबरमती की तर्ज पर जम्मू में तवी रिवर फ्रंट का काम धीमी गति से चलने के कारण इसे निर्धारित समय में पूरा होने की संभावना बहुत कम है। जून 2023 तक काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि अभी तक दस प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है। कृत्रिम झील बनाकर 2024 के चुनावों में वोट बटोरने के भाजपा के सपने को ग्रहण लग सकता है।
शुरू से ही राजनीति का शिकार रहे जम्मू तवी रिवर फ्रंट पर काम तो शुरू हो चुका है लेकिन इसकी गति बहुत धीमी है। सूत्र बताते हैं कि निर्माण एजेंसी ने भी कार्य को किसी अन्य एजेंसी को सौंपने की प्रक्रिया में जुटी हुई है और प्रोजेक्ट को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही। इतना ही नहीं तवी किनारों पर बड़े-बड़े पत्थर आ जाने के चलते निर्माण एजेंसी काम को गति नहीं देे पा रही। नतीजतन अभी तक बहुत कम कार्य ही हुआ है। हालत यह है कि सिर्फ बाएं किनारे पर ही काम जारी है। दाएं किनारे पर एक प्रतिशत काम भी नहीं हो सका है।
मौजूदा स्थिति यह है कि बिक्रम चौक और चौथे तवी पुल के बीच में नदी के बाएं किनारे पर काम जारी है। बड़ी-बड़ी मशीनें काम में जुटी हुई हैं। काम दिखना शुरू हो गया है। प्रोजेक्ट जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड की देखरेख में चल रहा है। फिलहाल बाएं तरफ डायाफ्रम वाल व रिटेनिंग ड्रेन की प्रक्रिया में मशीनरी जुटी हुई है। तवी के बाएं किनारे को समतल करते हुए सीढ़ीनुमा बांध तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा सुरक्षा दीवारों का निर्माण जारी है।
दो चरणों में होगा रिवर फ्रंट काम
तवी रिवर फ्रंट का काम दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में भगवती नगर पुल से बिक्रम चौक पुल तक तवी नदी के दोनों तरफ 3.5 किमी कार्य होगा। इसमें डायाफ्रम वाल, रिटेनिंग ड्रेन, एंकर स्लैब, बाएं व दाएं तटबंध और मध्य द्वीप के लिए इंटरसेप्टर ड्रेन और पियर प्रोटेक्शन का काम होगा। दूसरे चरण में तवी पुल बिक्रम चौक से गुज्जर नगर पुल तक काम होगा। पहले बिक्रम चौक से बैराज के दोनों किनारों को पक्का किया जाएगा। इसके बाद गुज्जर नगर की तरफ काम शुरू होगा।
जून 2023 तक पूरा होना है प्रोजेक्ट
तवी रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का शिलान्यास उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 12 फरवरी 2022 को किया था। इसका काम 18 महीने यानी जून 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 194.7 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दिल्ली की कंपनी श्री बालाजी इंजिकांस लिमिटेड द्वारा काम को दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 156.38 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। इसमें तवी नदी के बाएं तरफ 74 करोड़ और दाएं तरफ 81 करोड़ रुपये से काम होगा। प्रोजेक्ट का पूरा क्षेत्र 353 कनाल है। इसमें दाएं तरफ का क्षेत्र 179 कनाल जबकि बाएं तरफ का क्षेत्र 47.39 कनाल है। सेंट्रल आइलेंड 126.14 कनाल में फैला हुआ है।साइकिलिंग, जॉगिंग ट्रैक, वॉक-वे, 4 रेस्टोरेंट बनेंगे
पहले चरण में भगवती नगर पुल से बिक्रम चौक पुल तक तवी नदी के दोनों तरफ 3.5 किमी में काम होगा। इसमें साइकिलिंग ट्रैक, जॉगिंग ट्रैक, वॉक-वे, बैठने की जगह, विद्युतीकरण के साथ चार रेस्तरां का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ इंटरसेप्टर ड्रेन और एसटीपी का निर्माण किया जाएगा।पर्यावरण पर रहेगा फोक्स
तवी रिवर फ्रंट को साबरमती रिवर फ्रंट से ज्यादा अच्छा बनाया जाएगा। जब साबरमती रिवर फ्रंट बना था, तो उसमें पर्यावरण का ध्यान नहीं रखा गया था, बाद में उसमें कुछ बदलाव हुआ। तवी रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। तवी के दोनों तरफ दर्जन भर नाले गिरते हैं, इसलिए प्रोजेक्ट में तीन बिंदू पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसमें जलापूर्ति की बेहतर व्यवस्था, स्वच्छता और नदी को प्रदूषण और कचरे से बचाने की व्यवस्था होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी‘तवी रिवर फ्रंट का काम जोरशोर से जारी है। डायाफ्रम वाल के निर्माण व अन्य संबंधित कार्यों में मजदूर व मशीनरी जुटी हुई है। जैसे-जैसे काम आगे बढ़ रहा है तो जमीनी स्तह पर बदलाव भी दिखने लगे हैं। तवी पुल से खड़े होकर ही तवी का नजरा बदला नजर आ रहा है। आने वाले वर्षोें में तवी रिवर फ्रंट पूरे जम्मू शहर के सौंदर्यीकरण को चार चांद लगाएगा। उम्मीद है कि निर्माण एजेंसी काम निर्धारित समय में पूरा करेगी।’ -हितेश गुप्ता, एसीईओ, जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।