Delhi IAS Coaching Tragedy के बाद अलर्ट मोड पर प्रशासन, जम्मू में प्राइवेट कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी
दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बैसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी। इस बात पर संजीदगी बरतते हुए जम्मू प्रशासन ने जिला स्तरीय समितियां गठित की हैं। इन समितियों का काम सभी दस जिलों में निजी कोचिंग सेंटरों के कामकाज और सुरक्षा के मानकों पर विस्तारपूर्वक रिपोर्ट लेना होगा।
पीटीआई, जम्मू। हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी।
इस घटना से सबक लेकर जम्मू प्रशासन ने जिला स्तरीय समितियां गठित की हैं, इनके जरिए जम्मू संभाग के सभी 10 जिलों में निजी कोचिंग सेंटरों के कामकाज और सुरक्षा पर विस्तृत रिपोर्ट ली जाएगीअधिकारियों ने बताया कि जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार ने संबंधित जिलों के अतिरिक्त उपायुक्तों की अध्यक्षता में समितियों के गठन का आदेश दिया और उन्हें सात दिनों में अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में हुआ था हादसा
ट्यूशन केंद्रों की सुरक्षा ऑडिट का आदेश भारी बारिश के बाद मध्य दिल्ली में एक संस्थान की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने के कारण सिविल सेवा के इच्छुक तीन अभ्यर्थियों की मौत के कुछ दिनों बाद आया है।गई 27 जुलाई को मूसलाधार बारिश के बाद मध्य दिल्ली के कोचिंग हब ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई।
'सभी छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है'
अधिकारियों ने कहा कि समितियों को अपने जिलों में संचालित सभी कोचिंग सेंटरों का दौरा करने और निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। संभागीय आयुक्त ने कहा...
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।कुमार, जिन्होंने कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा और उचित कामकाज का आकलन करने के लिए बुधवार को यहां एक बैठक की अध्यक्षता की, ने कहा कि कोचिंग सेंटरों में पढ़ाई और ट्यूशन लेने के लिए आने वाले सभी छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है।यह भी पढ़ें- Delhi Rains: ओल्ड राजेंद्र नगर में फिर दरिया बनी सड़क, दूसरे कोचिंग सेंटर में भी घुसा पानीसमिति पर्याप्त सुरक्षा सुविधाओं, भवन नियमों और मानदंडों के पालन, अग्नि प्रणाली, स्थान, सीसीटीवी और आपातकालीन निकास के अलावा अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों पर कोचिंग सेंटरों का आकलन करेगी।