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'तुम वोट के लिए अपनी टोपी तक उतार देते हो', चुनाव के बीच इंजीनियर रशीद और उमर अब्दुल्ला में छिड़ी जुबानी जंग

Jammu Kashmir Assembly Election 2024 जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर को पहले चरण का चुनाव है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। चुनाव की इन्हीं सरगर्मियों के बीच उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) और इंजीनियर रशीद (Engineer Rashid) के बीच वाकयुद्ध जारी है। दोनों नेताओं के बीच केंद्रशासित प्रदेश चुनाव और आर्टिकल-370 को लेकर वाद-विवाद जारी है।

By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 13 Sep 2024 05:05 PM (IST)
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Jammu Kashmir News: उमर अब्दुल्ला और इंजीनियर रशीद फाइल फोटो
एएनआई, डोडा। Jammu Kashmir News: नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व अवामी इत्तिहाद पार्टी के चेयरमैन इंजीनियर रशीद के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है।

उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि मैं इंजीनियर रशीद को तिहाड़ जेल तक छोड़ने को तैयार हूं। क्या वह अब मैदान से हट जाएंगे।

यह बात उमर ने तब कही जब रशीद ने उमर अब्दुल्ला को चैलेंज किया कि वह उनके साथ तिहाड़ जेल जाएं तो वह मैदान छोड़कर चुनाव से दूर रहेंगे।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उमर ने कहा रशीद नेकां के लिए यदि मैदान छोड़ देते हैं तो वह उनके साथ तिहाड़ जेल जाने के लिए तैयार हैं।

नेकां के पास कोई रोडमैप नहीं: इंजीनियर रशीद

उधर, जवाब में इंजीनियर रशीद ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अनुच्छेद 370 की पुनर्बहाली का सिर्फ दावा कर रही है, उसके पास रोडमैप नहीं है। रही बात उमर अब्दुल्ला की, मैं तो उसे दो लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हरा चुका है। वह वोट मांगने के लिए अपनी टोपी तक उतार रहा है।

दरअसल, कश्मीर की बारामूला संसदीय सीट से सांसद रशीद इंजीनियर की 'नया कश्मीर' टिप्पणी पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने निशाना साधा था।

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उमर ने कहा कि पहले वह चुनावों के दौरान जनमत संग्रह की बात करते थे। उमर ने यह भी कहा कि वह रशीद इंजीनियर से वे नारे सुनना चाहते हैं अन्यथा यह माना जाएगा कि उन्होंने (रशीद) भाजपा के साथ सौदा किया है।

उमर ने कहा कि इंजीनियर रशीद जेल में था। ऐसे में सही खबर उस तक कैसे पहुंच सकती थी। वह गलतफहमी का शिकार है। अगर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए कश्मीर के विजन को चुनौती देने के लिए ही जेल से बाहर आया है, तो इसमें नया क्या है? पहले वह चुनाव के दौरान जनमत संग्रह की बात करता था।

2 अक्टूबर तक मिली जमानत

पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को रशीद इंजीनियर को रिहाई का आदेश जारी किया, जिसमें शर्त लगाई गई कि वह चल रहे आतंकी फंडिंग मामले के बारे में मीडिया से बात नहीं करेगा। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को उन्हें अंतरिम जमानत दी गई थी। रशीद इंजीनियर को 2 अक्टूबर तक अंतरिम जमानत दी गई है। 

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