जम्मू-कश्मीर के इस किसान ने खेत में उगाई आठ किलो की मूली, ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग, अब हो रहे मालामाल; खेती का बताया राज
Jammu पंचायत कुंड खनेयाडी के किसानों में फसलों की पैदावार को लेकर कड़ी मेहनत की जा रही है। किसान अपने खेतों में सैकड़ों एकड़ जमीन में सब्जियों की पैदावार कर रहे हैं। अशोक कुमार नाम के किसान ने 8 किलो मूली और 5 किलो का शलगम के अलावा और भी कई सब्जियां तैयार की हैं। कृषि विभाग की तरफ से किसानों को सब्जियों के प्रति सुविधा मुहैया कराई जाती है।
जुगल मंगोत्रा, पौनी। पंचायत कुंड खनेयाडी के किसानों में फसलों की पैदावार को लेकर कड़ी मेहनत की जा रही है। किसान अपने खेतों में सैकड़ों एकड़ जमीन में सब्जियों की पैदावार कर रहे हैं। किसान अशोक कुमार ने अपने खेतों में 8 किलो मूली और 5 किलो का शलगम के अलावा और भी कई सब्जियां तैयार की है।
सब्जियां उगाने के लिए ऑर्गेनिक खाद का करते हैं प्रयोग
किसानों द्वारा अपने खेतों में उगाई जाने वाली सब्जियां पौनी स्थित मंडी में बिक्री की जाती हैं। सबसे खास बात यह है कि उक्त सब्जियों को तैयार करने के लिए किसान ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करते हैं। जिससे लोगों को यह सब्जियां खाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है। पंचायत कुंड खनेयाडी के ज्यादातर किसानों का आमद का साधन सब्जियों की पैदावार पर ही निर्भर रहता है।
सब्जियों की बिक्री कर अपने परिवार का करते हैं भरण-पोषण
प्रत्येक वर्ष किसान सैकड़ों एकड़ जमीन में सब्जियों की पैदावार लगाते हैं। जिसके बाद सब्जियों की बिक्री कर अपने परिवार का भरण-पोषण चलाते हैं। कृषि विभाग की तरफ से भी किसानों को सब्जियों के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ उन्हें प्रत्येक सुविधा मुहैया कराई जाती है।यह भी पढ़ें: लद्दाख के मुद्दों पर दिल्ली में नित्यानंद राय की अध्यक्षता में इस दिन होगी बैठक, दोनों संगठनों के प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
कृषि विभाग के मुताबिक सब्जियों की बेहतर पैदावार करने पर वर्ष 2021- 22 में जम्मू संभाग में कुंड खनेयाडी गांव को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। किसानों द्वारा तैयार की गई सब्जियां रियासी, पौनी, सुंदरबनी और खासकर पंचायत माडी के पुरेआ गांव की वार्ड नंबर सात में हॉर्टिकल्चर प्लैनिंग एंड मार्केटिंग की तरफ से खोली गई सब्जी मंडी में बिक्री की जाती है।
अपनी सब्जी मंडी के नाम से जाने जाने वाली इस मंडी में वर्ष 2022 और 23 में सब्जियों का दाम बेहतर था। इस वर्ष सब्जी विक्रेताओं के बैठने के लिए स्थान के साथ-साथ सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई हैं, जिसमें ग्राहक विभिन्न प्रकार की सब्जियां और फल खरीद सकते हैं।
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अपने खेतों में खीरा, भिंडी, टमाटर, कद्दू, बैंगन, करेला, तरबूज ककड़ी, गन्ना, मूली, शलगम, फूलगोभी, बंदगोभी, कढम आदि की पैदावार की जाती है, जिसमें किसान राम प्रकाश, बाबूराम, अशोक कुमार, मदन लाल की तरफ से प्रत्येक बार चार-चार कनाल और सूरज प्रकाश चंदन, सूरज कुमार की तरफ से दस-दस कनाल व मुंशीराम, रामलाल आदि के अलावा गांव के अन्य किसानों की तरफ से भी अपने खेतों में कई प्रकार की सब्जियों की पैदावार उगाई जा जाती है।यह भी पढ़ें: Saffron Cultivation: 14 साल में गिरावट के बावजूद, जम्मू-कश्मीर में खूब फल-फूल रही केसर की खेती; सफलता का ये है कारणरियासी जिले के तहसील पौनी के गांव कुंड खनेयाडी में सबसे अधिक सब्जियों की पैदावार की जाती है। ज्यादातर किसानों की आमद के साधन सब्जियों पर ही निर्भर रहते हैं। कृषि विभाग की तरफ से सब्जियों की पैदावार करने वाले किसानों को जागरूकता के साथ-साथ सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती है।
हरबंस सिंह, चीफ एग्रीकल्चर ऑफिसर रियासी