'जय श्रीराम के नाम पर मांगेंगे वोट...', लोकसभा चुनाव को राम मंदिर से जोड़ते हुए उमर अब्दुल्ला ने केंद्र पर साधा निशाना
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने राम मंदिर और एक देश एक चुनाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक देश एक चुनाव को लेकर गंभीर नहीं है। अगर वो इसे करवाना चाहती है तो जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव कराकर ये मॉडल पेश कर सकती है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। 'एक राष्ट्र एक चुनाव' का नारा बेशक केंद्र सरकार ने दिया है, लेकिन वह इस पर गंभीर नहीं है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने केंद्र पर निशाना साधा। साथ ही उमर अब्दुल्ला ने राम मंदिर को लेकर कहा कि उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं मिला है।
केंद्र सरकार विधानसभा चुनाव कराके पेश करे मॉडल
पार्टी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि 'एक राष्ट्र एक चुनाव' का नारा बेशक केंद्र सरकार ने दिया है, लेकिन वह इस पर गंभीर नहीं है। अगर वह गंभीर है तो वह प्रयोग के तौर पर जम्मू-कश्मीर में ही लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव करा कर सबके सामने इसका मॉडल पेश कर सकती है।
कश्मीरी हिंदुओं की वापसी प्रक्रिया को पहुंची ठेस
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बीते एक दशक के दौरान मौजूदा केंद्र सरकार के कार्यकाल में कश्मीरी हिंदुओं की कश्मीर वापसी की प्रक्रिया को ठेस पहुंची है। यहां सुरक्षा परिदृश्य में सुधार की अपेक्षा खराबी आई है। बीते कुछ समय से कश्मीर में जिस तरह से हत्याएं हुई हैं, राजौरी पुंछ जैसे वह इलाके जिन्हें हमने आतंकवाद मुक्त बनाया था, वहां फिर से आतंकवाद अपना सिर उठा रहा है। इससे पूरे माहौल पर असर होता है, लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है।
कश्मीरी हिंदुओं की वापसी पर हुई सिर्फ सियासत
मौजूदा केंद्र सरकार ने कश्मीरी हिंदुओं की वापसी पर सियासत के सिवाय कुछ नहीं किया है। जहां तक नेशनल कॉन्फ्रेंस का सवाल है, हमारा शुरू से ही मानना है कि जिन लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा है, वह वापस अपने घरों में सम्मानजनक तरीके से लौटें। कश्मीरी हिंदुओं के बिना कश्मीर अधूरा है।
इंडी महागठबंधन में अभी तय नहीं पीएम का चेहरा
आईएनडीआईए के साथ सीटों के तालमेल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमारी इस विषय में कांग्रेस या किसी अन्य दल के साथ अभी कोई बातचीत नहीं हुई है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की छह संसदीय सीटों में से तीन ही भाजपा के पास हैं, जबकि तीन हमारे पास हैं। इसलिए जब कभी बात होगी तो पहले उन्हीं सीटों को जीतने की रणनीति पर बातचीत होगी जो आईएनडीआईए के पास नहीं है।
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आईएनडीआईए की तरफ से प्रधानमंत्री पद के दावेदार के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है। राहुल गांधी की यात्रा में भाग लेने के लिए न्यौता मिला है, हम इसमें शामिल होंगे। एक राष्ट्र एक चुनाव संबंधी सवाल के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि न यह काम आसान है और न केंद्र सरकार इसको लेकर गंभीर है।
राममंदिर को लेकर बोले उमर अब्दुल्ला
राममंदिर संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमें न्यौता नहीं मिला है, कांग्रेस जाएगी या नहीं। यह जवाब कांग्रेस को देना है। उन्होंने इस अवसर पर भाजपा पर रामंदिर के नाम पर सियासत करने का भी आरोप लगाया और कहा कि हिंदुओं में यह लोग श्री राम मंदिर के नाम पर वोट मांगेंगे।
मैने कभी किसी राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनते नहीं देखा: फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैंने कभी किसी राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनते नहीं देखा। मैंने केवल एक केंद्र शासित प्रदेश को राज्य बनते देखा है...ये मेरे समय में ऐसा हुआ था।
उन्होंने कहा कि सचिवालय में भीड़ तो है लेकिन अब (समस्याओं को) सुनने वाला कोई नहीं है। इसे केवल आप यानी यहां रहने वाले हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई ही बदल सकते हैं।
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