Jammu News: जम्मू-कश्मीर में बनेगा फिंगर प्रिंट ब्यूरो, 73 पदों के सृजन को मिली मंजूरी; अपराध पर लगेगी लगाम
आतंक और अपराध की गतिविधियों का जल्द और सटीक खुलासा करने के लिए जम्मू में फिंगर प्रिंट ब्यूरो (Finger print bureau) का गठन किया जाएगा। इसके लिए 73 पदों के सृजन को मंजूरी मिल गई है। एफपीबी (FPB) के गठन से अपराधियों और आतंकियों की शिनाख्त करने उन्हें उनके अपराध का दंड दिलाने में जम्मू पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी।
नवीन नवाज, जम्मू। जम्मू-कश्मीर को आतंक और अपराधमुक्त बनाने के अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश में एक उंगली चिह्न ब्यूरो (एफपीबी-फिंगर प्रिंट ब्यूरो ) का गठन होगा। इसकी कमान एसएसपी रैंक के एक अधिकारी के पास रहेगी। एफबीपी के लिए प्रदेश प्रशासन ने एसएसपी रैंक से लेकर कांस्टेबल तक 73 पदों के सृजन को मंजूरी दे दी है।
जम्मू कश्मीर में एफपीबी नहीं है। बीते कई वर्ष से पुलिस संगठन इसकी मांग कर रहा था। इसकी अनुपस्थिति में कई बार अपराधियों की उंगलियों के निशान की पुष्टि के लिए पुलिस को सीएफएल की मदद लेनी पड़ती थी और इससे कई बार जांच प्रभावित होती थी। एफपीबी के गठन से अपराधियों और आतंकियों की शिनाख्त करने, उन्हें उनके अपराध का दंड दिलाने में पुलिस को बड़ी मदद मिलेगी।
कुल 73 पदों के सृजन को दी मंजूरी
गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एफपीबी के गठन के लिए आवश्यक अधिकारियों व कर्मियों के पदों को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इसमें एसएसपी और एसपी रैंक के एक-एक, डीएसपी रैंक के दो, इंस्पेक्टर रैंक के सात, सब इंस्पेक्टर रैक के 22, हेडकांस्टेबल रैंक के सात, सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल रैंक के 28 पद शामिल हैं। इनके अलावा इंस्पेक्टर स्टैना और इंस्पेक्टर मिनिस्ट्रीयल, संब इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर मिनिस्ट्रीयल के अलावा हेड कांस्टेबल मिनिस्ट्रीयल का एक-एक पद है।
ये भी पढ़ें: Jammu: नए साल में स्वास्थ्य और पर्यटन का हब बनने की राह पर जम्मू-कश्मीर, पड़ोसी प्रदेशों के मरीज को भी मिलेगा लाभ
उन्होंने बताया कि एफपीबी में तैनात किए जाने वाले इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और हेडकांस्टेबल व अन्य कर्मियों को उंगलियों के निशान प्रापत करने, उनके आकलन-संरक्षण व अन्य संबंधी कार्यों का भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। एफपीबी को अत्याधुनिक उपरकण व बुनियादी ढांचागत सुविधाएं प्रदान की जाएंगी ताकि यह अपना काम बखूबी कर सकते।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।