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गुलाम नबी आजाद ने पार्टी कार्यकर्ताओं को किया संबोधित, बोले- 'कई सरकारें जम्मू-कश्मीर में आईं... पर कोई इंसाफ नहीं कर पाई'

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने आरएसपुरा स्थित रंजीत रिर्साट में पार्टी जोनल प्रधान चौ गारू राम की अगुवाई में आयोजित की गई रैली के दौरान जम्मू-कश्मीर में लगातार सरकारों पर राज्य की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए लोगों व पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो जम्मू कश्मीर में सुधार होगा।

By daljeet singh Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 23 Dec 2023 06:17 PM (IST)
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गुलाम नबी आजाद ने आर एस पुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं को किया संबोधित (फाइल फोटो)
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा। डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी(DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने जम्मू-कश्मीर में लगातार सरकारों पर राज्य की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो सुधार होगा। जम्मू-कश्मीर को आर्थिक केंद्र के रूप में उभरना भी प्रथामिकता होगी।

आजाद आरएसपुरा स्थित रंजीत रिर्साट में पार्टी जोनल प्रधान चौ गारू राम की अगुवाई में आयोजित रैली के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि एक के बाद एक सरकारें जम्मू कश्मीर में रही, पर कोई जम्मू कश्मीर के साथ इंसाफ नहीं कर पाई। ऐसा लगता है जैसे जहां शासन में भारी कमी रही है।

रोशनी एक्ट से हुआ लोगों को लाभ

उन्होंने आगे कहा कि बतौर राज्य जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जहां के युवाओं को रोजगार देने के साथ जहां लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधांए प्रदान की पर उसके बाद किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अपने कार्यालय के दौरान उन्होंने गरीब किसान व लोगों के लिए रोशनी एक्ट लाया, जिससे 70 प्रतिशत लोगों को लाभ मिला पर उसके बाद इसको मौजूदा सरकार ने रद्द कर दिया गया।

आजाद ने कहा कि सरकार को चाहिए था कि वो सौ एक्ड़ ऐसी भूमि रखने वाले लोगों से वापस लेनी चाहिए थी, पर जो गरीब व कम जीतन वाले लोग थे उनको तंग नहीं करना चाहिए।

बढ़ते नशे को लेकर लगाया आरोप 

उन्होंने आरोप लगाया कि आज जम्मू कश्मीर का युवा बेरोजगार है, नशे की ओर बढ़ रहा है। इसका कारण है उनको पढ लिख जाने के बाद भी नौकरियां सरकार नहीं दे रही है। पढ़े लिखे युवा को नौकरी तो दूर मजदूरी भी करने को नहीं मिल रही है।

इसलिए वो इसके लिए देश के दूसरे राज्यों में जा रहे है। लेकिन उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए जहां तीन शिफ्टों में काम किया और इस कारण विकास का काम तेजी में तो हुआ।

गोलीबारी में उठाता पड़ता था लोगों को नुकसान

आजाद ने आरएसपुरा के सीमांत लोगों की समस्या पर बोलते हुए कहा कि आज भी जहां सीमा पर रहने वाले लोगों के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। जब भी पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी की जाती थी, तो सबसे ज्यादा नुकसान इसी क्षेत्र के लोगों को उठाना पड़ता था। मुख्यमंत्री होते हुए उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पांच-पांच मरले के प्लॉट देने की प्रक्रिया शुरू की थी और इसके लिए उन्होंने सरकारी भूमि का भी चयन कर लिया था।

लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण बात यह रही कि उसके बाद जम्मू कश्मीर में जितनी भी सरकारें सत्ता में आई उन्होंने इस प्रक्रिया पर कोई कार्य नहीं किया। जिसके चलते आज भी सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर प्लॉट नहीं मिल पाए हैं। जहां लोगों को पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान सुरक्षित करने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जगह देने की जरूरत है। बेहतर शिक्षा के साथ जहां के युवाओं के लिए विशेष भर्ती अभियान भी चलाने की जरूरत है।

वाधवा कमीशन का आजाद ने किया जिक्र

इसके लिए उनकी पार्टी केंद्र व राज्य सरकार से बात करेंगी। उन्होंने वाधवा कमीशन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने इस कमीशन का गठन किया था कि रिफ्यूजी लोगों को लाभ हो। उनके लिए इस कमीशन में 25 लाख रुपये का मुआवजा का प्रबंधान रखा था पर सरकार ने मात्र उसका 20 प्रतिशत हो लोगों को दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसा करना चाहिए जिससे भारत पाक सीमा पर रहने वाले लोगों को भी लगे की वो इस देश का ही हिस्सा है।

उन्होंने बिना किसी पार्टी का नाम लिए इस बात पर कटाक्ष किया कि आज घर्म,जाति के नाम पर राजनीति हो रही है पर उसकी पार्टी में ऐसा नहीं है और उन्होंने अपनी हर पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं को भी ऐसा ना करने की हिदायत दी है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से यूटी के हर कोने में पार्टी के कैडर के विस्तार पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

हम परिवर्तन और शांति में करते हैं विश्वास- आजाद

"हम परिवर्तन और शांति में विश्वास करते हैं। यह तभी संभव है जब आप सुनिश्चित करेंगे कि अधिक से अधिक लोग इस कारवां में शामिल हो। उन्होंने यह दोहराते हुए कि जम्मू कश्मीर की विशेषता है कि सभी समुदाय शांतिपूर्वक एक साथ रहते हैं और यह एकता और धर्मनिरपेक्षता का सबसे अच्छा उदाहरण है।

आजाद ने लोगों को आश्वासन दिया कि अगर वे सत्ता में चुने गए, तो जम्मू कश्मीर में आर्थिक क्रांति के केंद्र में होगी।" सभी बेरोजगारों के लिए नौकरियां पैदा की जाएंगी, किसान हितैषी योजनाओं से किसानों में भी समृद्धि आएगी।

ये लोग रहे मौजूद

पार्टी केंद्र शासित जम्मू कश्मीर को पूरे राज्य का दर्जा दिलाने के साथ भूमि अधिकार और राज्य के लोगों को रोजगार देने की ओर ध्यान केंद्रित करेगी।

इससे पूर्व पार्टी राज्य महाससचिव आरएस चिब,जोनल प्रधान चौ गारू राम ने भी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पार्टी उपाध्यक्ष जीएम सरूरी,प्रवक्ता सुलमान नजामी,सोबत अली,बलविर सिंह अज्जी,अशोक भगत, हीरालाल अबरोल, विशाल चोपड़ा सहित सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को और पुख्ता बनाने की जरूरत

आरएसपुरा में डेमोक्रेटीक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी की शिनवार को आयोजित रैली के बाद पत्राकारों से पूंछ में हुए आंतकी हमले के बारे में पूछे जाने पर पार्टी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इस घटना की निंदा की।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से जम्मू कश्मीर में आंतकवाद की घटनाओं में काफी कमी आई थी पर एक बार फिर राजौरी व पूंछ जिला में आंतकी घटनाओं में बढोत्तरी हुई है। इसके लिए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकार के साथ मिलकर सुरक्षा को ओर मजबूत बनाना चाहिए।आम लोगों से संर्पक बढ़ाया जाए और सुरक्षा तंत्रा को मजबूत किया जाए ताकि ऐसी घटनाओं में कमी आ सके।

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