Ghulam Nabi Azad in Jammu: कश्मीर दौरा कर जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने कहा घाटी के हालात बहुत खराब हैं
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जम्मू-कश्मीर में छह दिन रहने की इजाजत दी थी। चार दिन वह श्रीनगर में गुजार आए हैं और अब वे अगले दो दिन जम्मू में ही रहेंगे।
By Rahul SharmaEdited By: Updated: Tue, 24 Sep 2019 03:05 PM (IST)
जम्मू, जेएनएन। कश्मीर का चार दिवसीय दौरा कर आज जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने अपने निवास के बाहर पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि कश्मीर के हालात खराब हैं। इन चार दिनों में वह जहां-जहां जाना चाहते थे, उन्हें उसके दसवें हिस्से में भी जाने नहीं दिया। हालांकि उन्होंने कश्मीर मामले पर अधिक बात करने से इंकार करते हुए कहा कि वह घाटी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गए थे और अपने दौरे की विस्तृत रिपोर्ट वह दिल्ली पहुंच कोर्ट में पेश करेंगे।
श्रीनगर से जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद सीधा अपने गांधी नगर स्थित सरकारी आवास में पहुंचे। उनके निवासस्थान पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे। घर में प्रवेश करने से पूर्व अपनी कार का शीशा नीचे कर वहां पहले से मौजूद पत्रकारों से उन्होंने थोड़े ही देर बात की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जम्मू-कश्मीर के चार जिलों का दौरा करने की इजाजत दी थी। इसी के तहत वह श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग का दौरा कर आज जम्मू आए हैं। अब वह दो दिन जम्मू में ही रहेंगे। जब पत्रकारों ने उनसे कहा कि कश्मीर में सुधर रहे हालात के बारे में उनका क्या कहना है तो इस पर उन्होंने बड़े ही सख्त लहजे से कहा कि कश्मीर में हालात बहुत खराब हैं। वहां कुछ ठीक नहीं है।
वह अपने चार दिवसीय दौरे के दौरान जहां-जहां जाना चाहते थे, उन्हें उसके दसवें हिस्से तक भी जाने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में और अधिक बात नहीं करेंगे। अपने दौरे व उससे संबंधित जानकारी दिल्ली जाकर कोर्ट में पेश करेंगे। इतना कहकर आजाद ने अपने घर में प्रवेश कर लिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार आजाद जम्मू में रहकर अगले दो दिनों के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं व अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से भी बैठक करेंगे।
सामाजिक, व्यापारिक और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने गुलाम के समक्ष रखी बात
जम्मू कश्मीर का केंद्र सरकार द्वारा पुनर्गठन किए जाने के बाद सर्वाेच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने रविवार को अनंतनाग का दौरा किया था। सोमवार को वह कड़ी सुरक्षा के बीच उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में पहुंचे। उन्होंने जिला मुख्यालय के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। उन्होंने फ्रूट मंडी का भी जायजा लिया। बारामुला फ्रूट ग्रोअर्स एसोसिएशन और सेब व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री को मौजूदा हालात में पेश आ रही दिक्कतों से अवगत कराते हुए कहा कि नेफेड द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य उचित नहीं है। एसोसिएशन के मोहम्मद यूसुफ डार ने कहा कि सेब की जो पेटी यहां सरकार द्वारा सात सौ रुपये में खरीदी जा रही है, वह उसे दिल्ली की मंडी में डेढ़ हजार रुपये में आराम से बेच सकते हैं। उन्हें अपना माल देश की मंडियों तक पहुंचाने के लिए लाजिस्टिक सपोर्ट चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर है कि राज्य सरकार इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवा को जल्द बहाल करे, इससे भी उन्हें अपना माल राज्य के बाहर बेचने में आसानी होगी।
अधिकतर लोग डाक बंगले में ही मिलेआजाद से ज्यादातर लोग जिला मुख्यालय में स्थित डाक बंगले में ही मिले। बारामुला म्यूनिसिपल कमेटी के अध्यक्ष उमर ककरू भी अपने साथियों संग उनसे मिले। उन्होंने मौजूदा हालात में बारामुला में प्रभावित हो रही जनविकास योजनाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री से चर्चा की। इसके अलावा बारामुला से संबंधित कांग्रेस के चार नेता जिनमें एक पूर्व विधायक भी हैं, ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की और बदलते राजनीतिक परि²श्य में कांग्रेस द्वारा कश्मीर में अपनायी जाने वाली रणनीति पर चर्चा की। बैठक में ब्लॉक विकास परिषद के चुनावों पर भी बातचीत हुई है।
कैंसर रोगी और तीमारदार भी मिलेकैंसर रोगियों और उनके तीमारदारों के एक प्रतिनिधिमंडल के अलावा बारामुला सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने भी आजाद से मुलाकात की। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, मोबाइल व इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने और लोगों में सुरक्षा एवं विश्वास का माहौल बनाने लिए उठाए जाने वाले उपायों पर विचार विमर्श किया। कैंसर रोगियों ने प्रशासनिक पाबंदियों के चलते दिक्कतों को तत्काल प्रभाव से दूर करने पर जोर दिया।
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