Baba Amarnath: श्रद्धालुओं की कम संख्या के चलते जम्मू से नहीं रवाना हुआ जत्था, 14 अगस्त को होगी छड़ी मुबारक रवाना
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मरम्मत के कार्य के चलते यात्रा को बंद कर दिया गया। वहीं अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) के लिए जम्मू से जत्थे को रवाना नहीं किया जा सका। इसका कारण श्रद्धालुओं की कम संख्या रही। हालांकि अब यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर है। 29 जून से शुरू हुई इस यात्रा का 19 अगस्त को समापन हो जाएगा।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए आज जम्मू से जत्थे को रवाना नहीं किया गया। श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम होने के कारण जत्थे को बालटाल के लिए रवाना नहीं किया। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने इससे पहले पहलगाम मार्ग से यात्रा को बंद कर दिया था।
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने बताया कि पहलगाम मार्ग से जरूरी मरम्मत कार्यों के कारण यात्रा को बंद किया गया लेकिन बालटाल रूट से यात्रा सुचारू रहेगी। अब जम्मू से जत्थे को यात्रा के लिए रवाना नहीं किया गया। यात्रा इस समय अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है। बाबा अमरनाथ की यात्रा 29 जून से शुरू हुई थी जो 52 दिन चलकर 19 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन संपन्न होगी।
14 अगस्त को छड़ी मुबारक गुफा के लिए होगी रवाना
श्रद्धालुओं की संख्या में दिनों-दिन कमी आ रही है। अब तक करीब 5.10 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं। इस समय छड़ी मुबारक को श्रीनगर के दशनामी अखाड़ा में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा गया है। छड़ी मुबारक 14 अगस्त को पवित्र गुफा के लिए रवाना होगी।ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 4 आतंकियों के जारी किए स्केच, पांच लाख का इनाम घोषित
80 से अधिक लंगर कर चुके वापसी
दशनामी अखाड़ा के महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक पवित्र गुफा जाएगी। यात्रा के दोनों मार्गों पर अस्सी से अधिक लंगर वाले वापस लौट चुके है। यात्रा के दोनों मार्गों पर 125 लंगर लगाए गए थे।ये भी पढ़ें: रियासी से कश्मीर तक रेल सेवा 15 अगस्त से शुरू होने की उम्मीद, दुनिया के सबसे ऊंचे आर्च ब्रिज पर दौड़ेंगी ट्रेनें
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