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Jammu Kashmir News: काला जादू के संदेह पर नगरोटा के हनुमान मंदिर में हुई थी तोड़फोड़, आरोपित गिरफ्तार

बीते शनिवार को नारायण-खू गांव में प्राचीन हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया गांव के दो लोग मंदिर में उस पर काला जादू करते थे इसके चलते गु्स्से में आकर उसने शाम को मंदिर में तोड़फोड़ की। आरोपित के बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कर लिए गए हैं।

By Dinesh Mahajan Edited By: Deepak Saxena Updated: Sun, 07 Jul 2024 09:10 PM (IST)
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काला जादू के संदेह पर नगरोटा के हनुमान मंदिर में हुई थी तोड़फोड़।

जागरण संवाददाता, जम्मू। नगरोटा के नारायण-खू गांव में प्राचीन हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ करने के आरोपित को पुलिस ने कुछ घंटों में ही चश्मदीद बच्चों की मदद से पकड़ लिया। आरोपित गांव का ही निवासी है। पूछताछ में आरोपित ने अपराध कबूल करते हुए कहा कि गांव के दो लोग मंदिर में उस पर काला जादू किया जाते थे। इसी कारण उसने गुस्से में आकर शाम को मंदिर में जाकर तोड़फोड़ की थी। दोनों लोग गांव के लंबरदार ओम प्रकाश के बेटे हैं जिनसे आरोपित का काफी समय से विवाद चल रहा था। मजिस्ट्रेट के सामने भी आरोपित के बयान दर्ज कर लिए हैं। वहीं पुलिस ने संवेदनशील मामले में सहनशीलता के लिए आम लोगों का आभार जताया।

एसपी रूरल बृजेश शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि बीते रविवार को नगरोटा से करीब दो किमी दूर नारायण-खू के निवासी सुभाष चंद ने नगरोटा थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि अज्ञात व्यक्ति ने प्राचीन हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की है। पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंच पाया कि मंदिर के अंदर मूर्तियां अपने स्थान से इधर-ऊधर पड़ी हैं और भीतर पड़ी चटाई को आग लगाई हुई थी।

डाग स्कवाड की ली मदद

फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के कर्मियों ने मौके से कोई सुबूत जुटाए। डाग स्कवाड की मदद ली। मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था जिसके आधार पर तीन से चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया था। इस दौरान अर्जुन से भी पूछताछ की गई। गहनता के साथ पूछताछ करने पर अर्जुन ने मंदिर में तोड़फोड़ करने का अपराध कुबूल लिया।

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आरोपित तक कैसे पहुंची पुलिस

घटना के समय मंदिर से कुछ दूरी पर कुछ बच्चे खेल रहे थे। बच्चों ने ही मंदिर के अंदर से धुंआ निकलते देखा जिसके बाद वे मंदिर की तरफ जाने लगे। उसी दौरान बच्चों ने पीले रंग की कमीज और काले रंग की पैंट पहने युवक को मंदिर से भागते हुए देखा था। बच्चों ने यही बात पुलिस को बताई। पुलिस को इसका पता था कि मंदिर में तोड़फोड़ करने वाला कोई बाहर का नहीं हो सकता। जांच का दायर गांव में ही रखा गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया था कि अर्जुन शर्मा ने पीले रंग की कमीज और काली पैंट पहनी थी जिसके बाद पुलिस ने अर्जुन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।

गहन पूछताछ करने पर उसने वारदात को अंजाम देने की बात को कुबूल लिया। एसपी ने लोगों से अपील की कि पुलिस का पक्ष लिए बिना इंटरनेट मीडिया में संवेदनशील मुद्दों को उछालें नहीं। बता दें कि तोड़फोड़ का पता चलते गांव के लोगों और हिंदू संगठनों ने देर रात तक प्रदर्शन किया था। 30 जून को रियासी जिले में भी एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। विरोध में रियासी भी एक दिन बंद रखा गया था। इस मामले में 40 से अधिक लोगों को पुलिस ने पकड़ा है।

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