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Maa Vaishno Devi: शारदीय नवरात्र में मां वैष्णो देवी के दर्शन करना होगा महंगा, हेलीकॉप्टर सेवा के बढ़े रेट

माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान हेलीकाप्टर सेवा का लाभ उठाने वाले श्रद्धालुओं को अब और ज्यादा अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। प्रति सवारी अब 2100 रुपये किराया होगा। बढ़ा हुआ किराया शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन 16 अक्टूबर से लागू होगा। मौजूदा समय में प्रति सवारी किराया 1830 रुपये है।

By Rakesh SharmaEdited By: Jeet KumarUpdated: Mon, 09 Oct 2023 05:03 AM (IST)
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वैष्णो देवी में शारदीय नवरात्र में महंगी होगी हेलीकाप्टर सेवा, इतना देना होगा किराया

राकेश शर्मा, कटरा। Maa Vaishno Devi: माता वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर सेवा का लाभ उठाने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। अब एक तरफ से प्रति सवारी 2100 रुपये किराया तय कर दिया है। बढ़ा हुआ किराया शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन 16 अक्टूबर से लागू होगा। मौजूदा समय में प्रति सवारी किराया 1830 रुपये है।

कोरोनाकाल में बढ़ाया गया था किराया

वर्ष 2020 में कोरोना का हवाला देकर 1170 से 1830 रुपये किराया बढ़ाया गया था। तीन वर्ष के भीतर किराया लगभग दोगुना कर दिया गया है। मौजूदा समय में दो हेलीकॉप्टर कंपनियां ग्लोबल वैक्ट्रा और हिमालयन हेली सेवाएं मुहैया करवा रहीं हैं। बता दें कि रोजाना करीब दो से ढाई हजार श्रद्धालु सेवा का लाभ उठाते हैं। नवरात्र के लिए पहले से आनलाइन एडवांस बुकिंग करवा चुके श्रद्धालुओं को भी तय हुआ नया किराया जमा कराना होगा।

एक सप्ताह से हेलीकॉप्टर सेवा के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी थी। इसमें कई कंपनियों ने टेंडर में भाग लिया था। अंत में सबसे कम किराया होने पर ग्लोबल और हिमालयन के नाम टेंडर रहा। माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए हर साल 90 से 95 लाख श्रद्धालु आते हैं। गर्मियों में हेलीकॉप्टर की उड़ानें अधिक होती हैं तो सर्दियों में दिन छोटे होने के कारण यह कम हो जाती हैं।

सुबह सात बजे से शुरू हो जाती है सेवा

हेलीकॉप्टर सेवा सुबह 7:00 बजे हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होकर शाम 6:30 बजे तक जारी रहती है। मांग अधिक रहने और आनलाइन बुकिंग फुल रहने के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा पर नहीं आ पाते। बोर्ड हर तीन वर्ष के उपरांत हेलीकाप्टर सेवा को लेकर टेंडरिंग करवाता है। बीते वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण का हवाला देकर हेलीकाप्टर का किराया 1830 रुपये किया हुआ था।

इससे पहले प्रति सवारी एकतरफा किराया 1045 रुपये और कुछ समय बाद इसे 1170 रुपये कर दिया था। तब किराया बढ़ाने का मुख्य कारण फ्यूल के दाम में हो रही बढ़ोतरी भी बताया था। 23 साल से कई हेलीकाप्टर कंपनियों ने सेवाएं दी हैं। वर्ष 2011 से ग्लोबल वैक्ट्रा तो वर्ष 2014 से हिमालयन हेली सर्विसेज सेवा दे रही हैं।

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ये है सुविधाएं

हेलीकाप्टर सेवा में दो वर्ष से नीचे के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं है। दो वर्ष से ऊपर के बच्चों का किराया बड़ों जैसा है। बुजुर्ग, मरीज या फिर दिव्यांग आदि को इस सेवा में विशेष लाभ दिया जाता है। कटड़ा से हेलीकाप्टर एक समय में छह सवारियों को लेकर उड़ान भरता है जो सांझी छत हेलीपैड पर लैंड करता है। वहां से श्रद्धालु बैटरी कार, पैदल या घोड़ा, पिट्ठू अथवा पालकी आदि का सहारा लेकर भवन जाते हैं।

श्रद्धालुओं को वीआइपी दर्शन करने की भी सुविधा प्राप्त होती है। श्रद्धालुओं को आर्मी गेट से एंट्री मिलती है। श्रद्धालु मात्र आधे घंटे के भीतर मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन कर लेते हैं। श्राइन बोर्ड द्वारा हेलीकाप्टर सेवा की आनलाइन करीब 50 प्रतिशत बुकिंग रखी गई है। 50 प्रतिशत तत्काल सेवा के लिए बुकिंग निर्धारित की है। मुख्य बस अड्डे पर निहारिका कांप्लेक्स में श्रद्धालुओं के लिए तत्काल सेवा उपलब्ध है। श्रद्धालु कटड़ा से मात्र चार से पांच मिनट के भीतर सांझीछत हेलीपैड पर पहुंच जाते हैं।

1990 में शुरू हुई थी हेलीकाप्टर सेवा

वर्ष 1986 में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का गठन हुआ। बोर्ड ने वर्ष 1990 में सबसे पहले श्रद्धालुओं के लिए हेलीकाप्टर शुरू की। उस दौरान श्रद्धालुओं को यह सेवा मात्र 300 रुपये प्रति सवारी प्रदान की जाती थी। वर्ष 1992 में सेवा मुहैया करवा रही कंपनी पवन हंस का हेलीकॉप्टर सांझी छत के समीप हेलीपैड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

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श्राइन बोर्ड ने इसके बाद यह सेवा बंद कर दी। करीब आठ वर्षों के उपरांत वर्ष 2000 में एक बार फिर हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की गई। श्रद्धालुओं का रुझान इस सेवा के प्रति बढ़ते देख श्राइन बोर्ड ने दो वर्ष का टेंडरिंग प्रविधान शुरू कर दिया। इसके बाद बोर्ड ने यह अवधि बढ़ाकर तीन साल कर दी।

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