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Heron Mark 2 Drone: भारत के हाथ लगा गेमचेंजर हथियार, चीन और पाक पर रखेगा नजर; सटीक प्रहार करने में सक्षम

Heron Mark 2 Drone भारतीय वायुसेना के हाथ एक गेमचेंजर हथियार लग गया है। अब चीन और पाकिस्‍तान की हरकतों पर पैनी नजर रखी जाएगी। ऐसे में जल्द लद्दाख में 13 हजार फुट की उंचाई पर नया एयरबेस स्थापित करने की तैयारी भी हो रही है। आधुनिक रडार प्रणाली से लैस इस एयरबेस से फाइटर विमानों की उड़ानों के साथ अत्याधुनिक ड्रोन भी संचालित किए जाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sun, 13 Aug 2023 04:35 PM (IST)
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भारत के हाथ लगा गेमचेंजर हथियार, चीन और पाक पर रखेगा नजर; सटीक प्रहार करने में सक्षम
जम्मू, राज्य ब्यूरो। Heron Mark 2 Drone: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में चीन, पाकिस्तान जैसे देशों की चुनौतियों का सामना करने के लिए इजराइल निर्मित हेरोन मार्क 2 ड्रोन भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ा रहा है। पूर्वी लद्दाख के गलवन में हिंसक संघर्ष के बाद सशस्त्र सेनाएं लद्दाख में भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो रही हैं। ऐसे में जल्द लद्दाख में 13 हजार फुट की उंचाई पर नया एयरबेस स्थापित करने की तैयारी भी हो रही है।

अत्याधुनिक ड्रोन भी किए जाएंगे संचालित

आधुनिक रडार प्रणाली से लैस इस एयरबेस से फाइटर विमानों की उड़ानों के साथ अत्याधुनिक ड्रोन भी संचालित किए जाएंगे। इस समय लद्दाख में सशस्त्र सेनाओं की ऑपरेशनल तैयारियों को बल देने के लिए तैनात चार हेरोन मार्क 2 ड्रोन 35000 हजार फुट की उंचाई से देश के अदृश्य रखवाले की तरह पाकिस्तान व चीन पर नजर रखे हैं। लंबी दूरी की मिसाइलों व अन्य हथियार प्रणालियों से लैस ये अत्याधुनिक ड्रोन दुश्मन के ठिकानों को पल भर में मिट्टी में मिला सकता हैं।

आसमान में अधिक देर तक रहने की क्षमता

ये ड्रोन उपग्रह संचार क्षमता से लैस हैं। हेरोन टू ड्रोन की खासियत इसके आसमान में अधिक देर तक रहने की क्षमता है। ये ड्रोन एक बार में करीब 36 घंटे तक लंबी दूरी तय कर सकते हैं। ऐसे में वे एक उड़ान में ही देश की किसी भी सीमा पर पहुंच कर दुश्मन के इलाकों की टोह ले सकते हैं। इनके अत्याधुनिक हाई डेफिनेशन कैमरे दिन, रात में स्पष्ट तस्वीर खींच कर दुश्मन के इलाके में हर छोटी बड़ी हरकत को देख सकते हैं।

दुश्मन के ठिकानों को लेजर से करेगा रोशन

इसके साथ ये ड्रोन दुश्मन के ठिकानों को लेजर से रोशन कर उन्हें नष्ट करने में भारतीय वायुसेना की मदद कर सकते हैं। भारतीय वायुसेना की ड्रोन स्क्वाड्रन के कमान अधिकारी विंग कमांडर पंकज राणा का कहना है कि हेरोन मार्क 2 ड्रोन बहुत सक्षम हैं। उनसे लंबे समय तक आसमान से निगरानी की जा सकती है। अत्याधिक उंचाई पर उड़ान भरने वाले ये ड्रोन दुश्मन की नजर में भी नही आते हैं।

दुश्मन देश के अंदर की गतिविधियों पर रख रहा पैनी नजर

यह ड्रोन 35000 फुट की उंचाई से दुश्मन देश के अंदर की गतिविधियों पर पैनी नजर रख रहा है। हेरोन मार्क 2 ड्रोन उड़ाने वाले पायलेट स्कवार्डन लीडर अर्पित टंडन का कहना है कि इसमें कई खूबियां हैं। यह ड्रोन शून्य से नीचे के तापमान में खराब मौसम में भी कारगर तरीके से काम कर सकता है। हिमालय रेज के उपर उड़ान भरने के लिए इसका इंजन भी बहुत मजबूत है।

हेरोन मार्क टू की तैनाती वर्ष 2022 के अंत में हुई थी शुरू

ऐसे में किसी भी प्रकार के मौसम में इस ड्रोन से दुश्मन की कड़ी निगरानी की जा सकती है। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ड्रोन में रोटैक्स 916 आईएस इंजन लगा है। ये ड्रोन 150 की गति से उड़ान भर एक इलाके से दूसरे इलाके तक पहुंच सकता है।

ऐसे में हवा में मौजूद एक भी ड्रोन एक मिशन के दौरान दुश्मन के कई सेक्टरों की टोह ले सकता है। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में सुरक्षा, व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए हेरोन मार्क टू की तैनाती वर्ष 2022 के अंत में शुरू हुई थी।

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