Amit Shah Baramulla Rally : बारामुला में गृहमंत्री की रैली में कश्मीर में बदलाव की दिखी जमीनी हकीकत
लोग वंदे मातरम मोदी शाह जिंदाबाद के साथ आया-आया शेर आया के नारे लगा रहे थे। कुछ युवा शाह मोदी और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पोस्टरों के साथ या फिर रैली में जमा दोस्तों संग सेल्फी ले रहे थे। मंच और पंडाल भव्य तरीके से सजा था।
By naveen sharmaEdited By: Rahul SharmaUpdated: Thu, 06 Oct 2022 07:49 AM (IST)
श्रीनगर, नवीन नवाज : मेरा कश्मीर बदल गया...। भारत-पाक सरहद से सटे बारामुला में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली में बदलाव की जमीनी हकीकत सामने दिखी। शाह की वंदे मातरम से सभा की शुरुआत, भाषण से पहले मंच से बुलेट प्रूफ शीशा हटाने, भाजपा व मोदी सरकार जिंदाबाद के नारे और अंत में सम्मान के साथ राष्ट्रगान बोलना और भीड़ के बीच गृहमंत्री का आना और लोगों का सेल्फी लेना। यह कश्मीर में उन तत्वों को आइना दिखाने के लिए काफी है जो हर बात पर पाकिस्तान का जिक्र कर आतंकवाद का समर्थन करते थे। पांच अगस्त 2019 के बाद यह कश्मीर में अपनी तरह की पहली रैली थी।
रैली स्थल का माहौल ही कुछ अलग ही था। आसपास के कस्बों और गांवों से लोगों का रैला सुबह से जुटने लगा था। करीब छह साल पहले जब इस तरह की भीड़ में देश विरोधी नारे सुनाई देते। श्रीनगर को गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद से जोडऩे वाली सड़क पर लालचौक से करीब 77 किलोमीटर दूर बारामुला के स्टेडियम में बैठने के लिए होड़ मची हुई थी।
सुबह ही बलिदानी शौकत अली मीर स्टेडियम में लोगों से खचाखच भरा था। लोग वंदे मातरम, मोदी, शाह जिंदाबाद के साथ आया-आया शेर आया के नारे लगा रहे थे। कुछ युवा शाह, मोदी और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पोस्टरों के साथ या फिर रैली में जमा दोस्तों संग सेल्फी ले रहे थे। मंच और पंडाल भव्य तरीके से सजा था। एलसीडी स्क्रीन भी लगी हुई थी।
मंच से उतरकर पंडाल में मिलने आ गए शाह : भीड़ देख गृहमंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी हैरान रह गए। किसी को उम्मीद नहीं थी कि रैली में लोगों इस तरह का जमावड़ा और उत्साह देखने को मिलेगा। प्रभावित होकर शाह ने भी माइक के आगे लगे बुलेट प्रूफ शीशे को हटवाते हुए लोगों से सीधे संवाद किया। वह मंच से उतरकर पंडाल में लोगों से मिलने पहुंचे तो उनके साथ हाथ मिलाने, सेल्फी लेने वालों की होड़ मच गई। कई लोगों ने उपहार भी भेंट किए। एक ने गृहमंत्री को तस्वीर भी भेंट की।
खुशहाली का जश्न : भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि सभी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास नारे में यकीन है। लोग खुद नाचते हुए जश्न मना रहे थे। यह जश्न जम्हूरियत की बहाली का और खुशहाली का जश्न है।
ऐसी रैली पहली बार देखी : निसार नामक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि मेरी उम्र 50 साल हो रही है,लेकिन मैंने पहली बार इस तरह की रैली पूरे कश्मीर मे पहली बार देखी है। यह रैली आजादी, आटोनामी, सेल्फ रूल के नारे पर नहीं थी इसलिए हैरान हूं। रैली में आए रज्जाक ने कहा कि हम यहां क्यों नहीं आते, पहली बार हमारे हक की बात हुई है। हमें तो आजादी अब मिल रही है। पहाड़ी ट्राइब एसटी फोरम के प्रवक्ता नसीर गिलानी ने कहा कि 50 साल से एसटी दर्जा मांग रहे थे,लेकिन हमारी कोई नहींं सुन रहा था। अब हमारे इंतजार के दिन खत्म हो रहे हैं। कुपवाड़ा से आए दिव्यांग अख्तर ने कहा कि हमारी पेंशन अब सीधे बैंक खाते में आती है, यह मोदी ने किया है।
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