Jammu and Kashmir: घाटी में सक्रिय आतंकियों के समूल नाश पर दिल्ली में मंथन आज, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करेंगे उच्चस्तरीय बैठक
जम्मू कश्मीर के राजौरी-पुंछ में लगातार बढ़ती आतंकी गतिविधियों से उपजे हालात से निपटने की कार्ययोजना का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक में जायजा लेंगे। बैठक में जम्मू कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा एवं विकासात्मक परिदृश्य के अलावा प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत जारी विकास योजनाओं के कार्यान्वयन एवं प्रगति की भी समीक्षा होगी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। राजौरी-पुंछ में लगातार बढ़ती आतंकी गतिविधियों से उपजे हालात से निपटने की कार्ययोजना का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को नई दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक में जायजा लेंगे। बैठक में जम्मू कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा एवं विकासात्मक परिदृश्य के अलावा प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत जारी विकास योजनाओं के कार्यान्वयन एवं प्रगति की भी समीक्षा होगी।
जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था का भी मुद्दा बैठक में शामिल रहेगा। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि यह बैठक वर्ष 2024 के दौरान प्रदेश में सुरक्षा, विकास, शांति और आतंकरोधी अभियानों की रूपरेखा तय करेगी।
ये लोग भी बैठक में होंगे शामिल
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला, जम्मू-कश्मीर से जुड़े गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी, अर्धसैनिक बलों और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू, गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके गोयल, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन और अतिरिक्त डीजीपी कानून एवं व्यवस्था विजय कुमार भाग लेंगे।उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर पर केंद्रित यह बैठक दो से तीन सत्रों पर आधारित रहेगी। एक सत्र पूर तरह से जम्मू कश्मीर में विकासात्मक मुद्दों पर केंद्रित रहेगा। अन्य दो जम्मू कश्मीर के समग्र सुरक्षा परिदृश्य और राजौरी-पुंछ में सक्रिय आतंकियों के समूल नाश के अभियान पर केंद्रित रहेंगे।
सुरक्षाबलों ने लगभग 30 आतंकियों को मार गिराया
राजौरी-पुंछ तीन वर्ष के दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकी हिंसा के एक नए केंद्र के रूप में उभरा है। इस वर्ष राजौरी-पुंछ के भीतरी इलाकों और नियंत्रण रेखा पर सुरक्षाबलों ने लगभग 30 आतंकियों को मार गिराया है। गत दिसंबर में सुरनकोट में एक आतंकी हमले में चार सैन्यकर्मी भी बलिदानी हुए हैं। इन दोनों जिलों में 19 सैन्यकर्मी विभिन्न आतंकी हमलों में बीते एक वर्ष में बलिदानी हुए हैं। दोनों जिलों के भीतरी इलाकों में 30 आतंकी सक्रिय बताए जा रहे हैं। इनमें से अधिकांश विदेशी ही हैं।संबंधित अधिकारियों के अनुसार,राजौरी-पुंछ में आतंक के खात्मे के लिए सेना, पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिकबलों द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाए जाने की कार्ययोजना पर भी बैठक में चर्चा होगी। इस विषय में 27 दिसंबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के राजौरी पुंछ के दौरे के दौरान जम्मू में हुई सुरक्षा बैठक में भी चर्चा हो चुकी है।यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में बनेगा फिंगर प्रिंट ब्यूरो, 73 पदों के सृजन को मिली मंजूरी; अपराध पर लगेगी लगाम
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